आंध्र प्रदेश में पत्रकारों पर हमलों के खिलाफ भारतीय प्रेस परिषद ने चिंता जाहिर की है। परिषद ने इस बाबत नवंबर के पहले सप्ताह में राज्य सरकार को एक पत्र भी लिखा है। बता दें कि प्रदेश में पिछले पांच महीनों में कई पत्रकारों पर जानलेवा हमले हुए हैं जिनमें एक पत्रकार की मौत हो गई। चौंकाने वाली बात है कि पत्रकारों के खिलाफ सभी हमलों में आरोपियों के संबंध कथित तौर पर राज्य की सत्ताधारी पार्टी वाईएसआरसी (YSRC) के विधायकों के संग पाए गए। मौजूदा समय में पार्टी चीफ युवा वाईएस जगमोहन रेड्डी प्रदेश के मुख्यमंत्री भी हैं। एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक तीन मामलों में पत्रकारों ने उन्हें मिली धमकियों के बारे में पुलिस में लिखित शिकायतें भी दर्ज कराईं थी। हालांकि पुलिस उनकी सुरक्षा में सफल नहीं रही।

टी सत्यनारायण: तेलुगू अखबार के लिए काम कर रहे पत्रकार टी सत्यनारायण की गला रेतकर हत्या कर दी गई है। उन पर ये हमला पूर्वी गोदावरी के टूनी क्षेत्र में हुआ है। टी सत्यनारायण एक तेलुगू समाचार पत्र में बतौर रिपोर्टर काम करते थे। घटना पत्रकार टी सत्यनारायण के घर के बगल में ही हुई। मामले में पत्रकार के भाई गोपालकृष्णा कहते हैं, ‘अगर पुलिस ने कार्रवाई की होती, तो मेरा भाई जिंदा हो सकता था। दरअसल सत्यनारायण पर पूर्व में भी जानलेवा हमला हुआ। इस हमले से पहले करीब एक महीना पहले भी उनपर जानलेवा हमला हुआ, हालांकि तब उन्होंने किसी तरह अपनी जान बचाई। उन्होंने इसकी शिकायत भी कि और इस बाबत 10 सितंबर को दो लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई। उनमें से एक आरोपी गब्बू राजू था जो वाईएसआर विधायक रामलिंगेश्वर राव का करीबी बताया गया।

नागार्जुन रेड्डी: टी सत्यनारायण की हत्या से करीब तीन सप्ताह पहले तेलगू डेली सूर्या के लिए काम कर रहे एक रिपोर्टर नागार्जुन रेड्डी पर वाईएसआर सदस्य अमांची कृष्ण मोहन के समर्थकों ने हमला किया। मोहन दो बार चिराला सीट से चुनाव जीते हालांकि पिछले चुनाव में तेलुगु देशम के प्रतिद्वंद्वी से हार गए।

अवुला मनोहर: अवुला मनोहर एक स्ट्रिंगर हैं और पिछले तीन सालों से महा न्यूज के लिए काम कर रहे हैं। खबर के मुताबिक मनोहर पर 25 अगस्त को शाम पांच बजे अनंतपुर जिले के रायदुर्गम टाउन में जानलेवा हमला हुआ। पत्रकार पर पांच अगस्त को भी हमला हुआ और इस हमले में उन्हें चोटें भी आईं।

एन डोलेन्द्र प्रसाद: एन डोलेंद्र प्रसाद तेलुगु साप्ताहिक ज़मीनरीकोट के संपादक हैं। उन्होंने बताया कि उनके असिस्टेंड एडिटर अब्दुल रहीम को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के लिए विधायक कोटामरेड्डी श्रीधर रेड्डी ने बुलाया। वहां पहले से ही कुछ रिपोर्टर मौजूद थे। यहां रहीम को विधायक की आलोचना करने वाली किसी भी खबर के खिलाफ चेतावनी दी गई थी। इसके अलावा विधायक और उनके कुछ लोगों ने रहीम को बुरी तरह से पीटा।