माता अमृतानंदमयी मठ प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी परियोजना ‘नमामि गंगे’ के लिए 100 करोड़ रुपए दान में देगा। इसकी संस्थापक धार्मिक नेता और मानववादी माता अमृतानंदमयी देवी हैं। वह अम्मा के नाम से प्रसिद्ध हैं।

मठ ने यहां एक विज्ञप्ति में बताया कि 11 सितम्बर को अमृतापुर आश्रम में आयोजित एक कार्यक्रम में अमृतानंदमयी देवी 100 करोड़ रुपए का ड्राफ्ट केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को सौंपेंगी। उन्होंने बताया कि इस धनराशि का प्रयोग गंगा किनारे के गरीब गांवों में शौचालय बनाने के लिए किया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अम्मा ने 28 मार्च को पहली बार स्वच्छ गंगा परियोजना में मठ की भागीदारी को लेकर चर्चा की थी।
विज्ञप्ति में बताया गया है कि बैठक के दौरान, मठ की पर्यावरणीय पहल के लिए प्रधानमंत्री ने अम्मा की सराहना की थी।

माता अमृतानंदमयी मठ ने 2010 में अमला भारतम अभियान (एबीसी) की शुरुआत की थी जिसका लक्ष्य देश के पावन सौंदर्य को पुन: स्थापित करना और लोक कल्याण था। इस अभियान के तहत लाखों कार्यकर्ता नियमित रूप से सार्वजनिक स्थानों की सफाई करते हैं और स्कूलों में कचरे के निपटान के सही तरीकों के बारे में जागरूकता फैलाते हैं।