Marathi Vs Hindi: महाराष्ट्र में कई सालों बाद फिर से मराठी बनाम हिंदी की सियासी जंग शुरू हो चुकी है। जब से केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति आई है, हिंदी भाषा को अनिवार्य करने की बात होने लगी है। लेकिन महाराष्ट्र में इसका ज्यादा स्वागत नहीं किया गया।
कुछ समय पहले तक देवेंद्र फडणवीस की सरकार हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में मान्यता दे रही थी। लेकिन लगातार हो रहे विरोध प्रदर्शन की वजह से उन्हें अपना यह फैसला वापस लेना पड़ा और अब एक कमेटी का गठन कर दिया गया है।
मराठी बोलने वाले कितने?
वहीं दूसरी तरफ इसी विवाद की वजह से 20 साल बाद उद्धव और राज ठाकरे एक मंच पर साथ हैं। दोनों ने मराठी अस्मिता को अपना मुद्दा बनाया और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। इस बीच सभी के मन में सवाल है कि मराठी भाषा को लेकर इतना विवाद क्यों हो रहा है, आखिर कितने लोग इस भाषा को बोलते हैं, इनकी संख्या कितनी हो सकती है?
जब PAK की दीवारों पर उकेरा गया ये नारा
2011 में जो आखिरी जनगणना की गई थी, उसको देख इस सवाल का जवाब मिल सकता है। मराठी भाषा महाराष्ट्र और आसपास के राज्यों में बोली जाती है। महाराष्ट्र में तो मराठी को आधिकारिक भाषा का तमगा मिला हुआ है। इसके अलावा गोवा में भी बड़ी संख्या में लोग इस भाषा को बोलते हैं। आंकड़ों में बात करें तो मराठी बोलने वाले लोगों की संख्या 8.30 करोड़ है। पूरे भारत की बात करें तो 7.09 प्रतिशत लोग मराठी भाषा बोलते हैं।
हिंदी बोलने वाले कितने?
वहीं बात अगर हिंदी भाषा की करें तो 2011 की जनगणना बताती है कि देश में 45 फीसदी से भी ज्यादा लोग हिंदी बोलते हैं। उनकी संख्या 52.83 करोड़ है। ऐसे में अगर हिंदी और मराठी की तुलना की जाए तो काफी अंतर दिखाई दे जाता है।
ये भी पढ़ें- महाराष्ट्र में BJP को हरा देंगे ठाकरे ब्रदर्स?