Khalistan Flag Case: सिख फॉर जस्टिस का संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू भारत के खिलाफ लगातार जहर उगलता रहा है। वहीं अब अमेरिका के पुलिस अधिकारियों ने एसएफजे चीफ और खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की बैंक डिटेल और फोन नंबर की जानकारी देने से मना कर दिया है। एसएफजे भारत में बैन है। यह मामला 2020 में पंजाब के मोगा में जिला प्रशासन परिसर के ऊपर तथाकथित खालिस्तानी झंडा फहराने से संबंधित है। यह कथित तौर पर पन्नू के इशारे पर किया गया था।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एक सूत्र ने बताया कि एनआईए ने पन्नू से संबंधित बैंक और फोन नंबरों की डिटेल मांगे जाने पर अमेरिकी अधिकारियों ने अपने कानून का हवाला देते हुए इनकार कर दिया। आतंकवाद के आरोपों में भारत में वांछित पन्नू के पास अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है। उसे गृह मंत्रालय ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत आतंकवादी घोषित किया है और उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं।

क्या था मामला?

14 अगस्त 2020 को स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या थी। दो लोगों ने सिक्योरिटी के कवर को तोड़ दिया और मोगा में जिला प्रशासन में एंट्री की। इतना ही नहीं छत पर खालिस्तानी झंडा फहराया और परिसर में लगे तिरंगे का अपमान भी किया। मोगा के तत्कालीन एसएसपी हरमनबीर सिंह गिल ने कहा था कि दोनों शख्स सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे और वे पन्नू के जाल में फंस गए थे। पन्नू ने स्वतंत्रता दिवस से पहले पंजाब और हरियाणा में इमारतों पर भारतीय झंडे की जगह तथाकथित खालिस्तान का झंडा लगाने वाले को 2,500 डॉलर देने की पेशकश की थी।

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अमेरिका अधिकारियों ने डिटेल देने से मना किया

5 सितंबर 2020 को एनआईए ने आईपीसी की कई धाराओं के तहत फिर से केस दर्ज किया और अमेरिका के अधिकारियों से बातचीत शुरू की। गृह मंत्रालय के एक सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि एनआईए के पास मामला फिर से दर्ज होने के बाद भारतीय अधिकारियों ने उनसे संपर्क करना शुरू कर दिया। इस बीच, एनआईए को अपनी जांच के दौरान पन्नू से कथित तौर पर जुड़े कुछ बैंक अकाउंट नंबर और फोन नंबर मिले। एजेंसी ने बाद में अमेरिकी अधिकारियों से बैंक अकाउंट नंबर और फोन नंबर की डिटेल मांगी। हालांकि, अमेरिका के अधिकारियों ने जानकारी देने से मना कर दिया। एक अमेरिका के अधिकारी ने कहा कि अमेरिकी और भारतीय एजेंसियां ​​कई मामलों में मिलकर काम करती हैं। नई दिल्ली में मौजूद दूतावास को इस मामले की कोई भी जानकारी नहीं है। मंदिर पर हमले का मास्टरमाइंड निकला पन्नू का करीबी पढ़ें पूरी खबर…