अमेरिका दुनिया का सबसे ताकतवर मुल्क है। जीडीपी भी यहां की 19.3 लाख करोड़ डॉलर से ज्यादा है। अमेरिका की आर्थिक हालत को देखते हुए दुनिया के अधिकांश देशों के लोग यहां बसना चाहते हैं। लेकिन, इस विकास का एक दूसरा भी पहलू है। ‘द इकोनॉमिस्ट’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक यहां पर अमीरी तो है लेकिन अमीर लोगों की संख्या काफी कम है। मसलन अमेरिका बतौर राष्ट्र अमीर तो है, लेकिन यहां कि अधिकांश आबादी की आर्थिक हालत ठीक नहीं है। यहां के करीब 40 फीसदी धन पर 1 फीसदी लोगों का कब्जा है। एक फीसदी अमीर लोग अपना वैवाहिक संबंध भी अपने में ही स्थापित करते हैं।

ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर उस एक फीसदी के इलीट क्लब में कैसे पहुंचा जाए। इसके लिए अमेरिकी नागरिक काफी संघर्ष करते भी है। ‘द इकोनॉमिस्ट’ के मुताबिक 75 फीसदी अमेरिका ‘कड़ी मेहनत’ पर ज्यादा बल देते हैं। यह भी उनकी कुछ हद तक सफलता का एक बड़ा कारण है। 62 फीसदी अमेरिकी मानते हैं कि उनकी जिदंगी में समृद्धि अच्छी शिक्षा की बदौलत आ सकती है। सिर्फ 20 फीसदी ही मानते हैं कि अमीर परिवार में पैदा होना ही सफलता की सबसे बड़ी कुंजी है।

कुल मिलाकर देखा जाए तो अमेरिका की स्थिति आर्थिक विषमता के मामले में विकसशील देशों से भी ज्यादा खराब है। हालांकि, इस स्थिति में बेहतरी होने की गुंजाइश काफी कम दिखाई देती है। क्योंकि, अमेरिका में ज्यादा पैसा कमाने का रास्ता फाइनैंशल इंडस्ट्री में प्रवेश हासिल करना है। लेकिन, फाइनैंशल क्षेत्र में भूमिका सुनिश्चित करने के लिए IVY लीग में ग्रैजुएट होना अनिवार्य शर्त है। ऐसे में हावर्ड और येल से अध्ययन अमेरिकियों के लिए कुछ हद का समृद्धि का रास्ता खोल सकता है। लेकिन, यहां मसला IVY लीग वाली यूनिवर्सिटीज में दाखिले का है। हालांकि, यहां एक तबका ऐसा भी है जो अमीर लड़का या लड़की से शादी करने को भी समृजद्धि का एक आसान रास्ता मानता है।