जम्मू से बुधवार को अमरनाथ यात्रा के लिए 2,995 तीर्थयात्रियों का पहला जत्था कश्मीर के लिए रवाना हुआ। अमरनाथ यात्रा बुधवार से शुरू हो रही है और इस दौरान तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस ने कहा, कुल 1,091 तीर्थयात्रियों का पहला समूह भगवती नगर यात्रा निवास से तड़के 4.45 बजे निकला। यह बालटाल आधार शिविर की ओर बढ़ रहा है। वहीं, 1,904 तीर्थयात्रियों का दूसरा समूह सुबह 5.40 बजे रवाना हुआ जो पहलगाम स्थित आधार शिविर की ओर बढ़ रहा है। राज्यपाल के सलाहकार विजय कुमार और जम्मू एवं कश्मीर के मुख्य सचिव बी.वी.आर सुब्रमण्यम ने यात्री निवास से काफिले की हरी झंडी दिखाई। जम्मू-कश्मीर में मौजूदा सुरक्षा बलों की ताकत बढ़ाने के लिए अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त 213 कंपनियों को शामिल किया गया है। इस वर्ष की यात्रा के लिए करीब एक सौ हजार सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। 60 दिनों तक चलने वाली यात्रा 26 अगस्त को समाप्त होगी।

वहीं बाबा बर्फानी की पहली झलक भी सामने आ गई है। पत्रकार आदित्य राज कौल ने ट्विटर पर वीडियो पोस्ट कर बाबा बर्फानी की पहली झलक लोगों को दिखाई है। वीडियो में स्नोफॉल होते हुए भी देखा जा सकता है। इसके अलावा कुछ भालू भी गुफा के पास मंडराते हुए दिखाई दे रहे हैं।

सेना, अर्धसैनिक बलों, राज्य पुलिस और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के लगभग 40,000 सुरक्षाकर्मी यात्रा ड्यूटी पर तैनात किए गए हैं। इस वर्ष की यात्रा के लिए पहली बार खुफिया अधिकारी सादी वर्दी में इलेक्ट्रॉनिक और मानव चौकसी करेंगे। पहली बार रेडियो फ्रिक्वेंसी लगे यात्रा वाहन, ड्रोन के जरिए निगरानी और कमांडो के मोटरसाइकिल दस्ते यात्रा मार्ग पर तैनात सेना, अर्धसैनिक बल और पुलिसकर्मियों की मदद के लिए तैनात किए जा रहे हैं। वार्षिक यात्रा का प्रबंधन करने वाला श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड एसएएसबी ने इस वर्ष प्रत्येक मार्ग से हर रोज 7,500 यात्रियों को ही छोड़ने का निर्णय लिया है। इसमें हालांकि हेलीकॉप्टर सेवा के जरिए गुफा तक पहुंचने वाले यात्री शामिल नहीं होंगे। समुद्र तल से 12,756 फुट की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा में बर्फ का शिवलिंग निर्मित होता है, जिसके दर्शन के लिए श्रद्धालु प्रतिवर्ष वहां उमड़ते हैं।