10 दिसंबर यानी शनिवार से आप 500 रुपये के पुराने नोट सरकारी बसों और रेलवे टिकट काउंटर पर नहीं चला सकेंगे। सरकार ने 9 दिसंबर की मध्यरात्रि से इस पर रोक लगा दी है। इधर, केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने शुक्रवार को लोकसभा को बताया कि नोटबंदी लागू होने और 2000 रुपये के नए करेंसी नोट आने के बाद 30 नवंबर, 2016 तक देश के करीब 85 फीसदी एटीएम को नए नोटों के हिसाब से तैयार कर लिया गया था। इसके साथ ही सरकार ने बैंकों को ग्रामीण क्षेत्रों में माइक्रो एटीएम सेट अप करने के लिए कहा है ताकि नकदी की किल्लत से निपटा जा सके।
वित्त राज्य मंत्री ने बताया कि 30 सितंबर 2016 तक देशभर में कुल 2,11,594 बैंक एटीएम और 14,324 व्हाइट लेबल एटीएम थे। वित्त राज्य मंत्री संतोष गंगवार ने लोक सभा में अपने लिखित जवाब में बताया कि 30 नवंबर 2016 तक 1,79,614 एटीएम नए नोटों के हिसाब से तैयार कर लिया गया था। गंगवार ने कहा कि सरकार ने बैंकों को यह सलाह दी है कि ग्रामीण इलाकों में नकदी की समस्या से निपटने के लिए माइक्रो एटीएम की व्यवस्था की जाए। उन्होंने लोक सभा को यह भी बताया कि 2 दिसंबर 2016 तक 1,14,036 माइक्रो एटीएम लगा दिए गए हैं।
जब उनसे एटीएम को सेटअप करने के लिए निर्देश पर सवाल किया गया तो अपने जवाब में उन्होंने कहा शेड्यूल्ड कॉर्मशियल बैंक (जिनमें ग्रामीण क्षेत्रों के बैंक शामिल नहीं है), को शाखाओं व एक्सटेंशन काउंटर्स पर एटीएम लगाने के लिए आरबीआई की मंजूरी की जरूरत नहीं होती। शेड्यूल्ड कॉर्मशियल बैंक आरबीआई के निश्चित शर्तों के तहत ऑफ साइट पर एटीएम लगा सकते है। देश में नॉन बैंक इंटिटीज भी एटीम सेटअप कर सकती है, जिन्हें व्हाइट लेबल बैंक एटीएम कहा जाता है।
एक अन्य सवाल के जवाब में गंगवार ने कहा कि अलग-अलग प्रेस में अलग-अलग कीमतों में बैंक नोट प्रिंट होते हैं। यह अंतर मशीनों की उम्र, प्लांट की क्षमता, ऑटोमेशन का लेवल और मैनपॉवर पर निर्भर करता है। सरकार ने सरकारी बसों और रेलवे स्टेशनों पर आज से 500 रुपये के पुराने नोटों का प्रचलन बंद कर दिया है।

