भारतीय सेना की ताकत और ज्यादा बढ़ाने के लिए जल्द ही देश में एके-203 असॉल्ट राइफल्स का उत्पादन शुरू होने जा रहा है। साल के अंत तक राइफल्स का उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है। रूस और भारत के संयुक्त वेंचर रोसोबोरोनएक्सपोर्ट ने इस बात की जानकारी दी है। उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के कोरवा में स्थित ओर्डेनेंस फैक्ट्री में एके-203 राइफल्स बनाई जाएंगी।
इंडो-रशिया राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड को साल 2019 में कोरवा ओर्डेनेंस फैक्ट्री में स्थापित किया गया था, ताकि कालाश्निकोव असॉल्ट राइफल्स का उत्पादन किया जा सके। रोसोबोरोनएक्सपोर्ट के डायरेक्टर जनरल एलेक्जेंडर मिखीव ने कहा कि कोरवा ओर्डेनेंस फैक्ट्री साल 2022 के अंत तक कालाश्निकोव एके-203 राइफल्स का उत्पादन शुरू करने के लिए तैयार है।
रोसोबोरोनएक्सपोर्ट रूस में सरकार की रक्षा कंपनी है, जो विदेशों में रूसी सरकार द्वारा चलाए जा रहे मिलिट्री प्रोजक्ट्स की देख-रेख करती है। मिखीव ने कहा, “हमारी योजनाओं में भारत में प्रसिद्ध रूसी असॉल्ट राइफलों के उत्पादन का 100 प्रतिशत स्थानीयकरण शामिल है।”
उन्होंने यह भी उम्मीद जताई है कि भारत और रूस का यह संयुक्त वेंचर भविष्य में और भी उत्पादन कर सकता है। कलाश्निकोव असॉल्ट राइफल प्लेटफॉर्म पर आधारित उन्नत राइफलों के निर्माण के लिए उत्पादन सुविधाओं का आधुनिकीकरण कर सकता है। इसके अलावा, गुजरात के गांधीनगर में 18 अक्टूबर से शुरू होने जा रहे DefExpo कार्यक्रम में भी यह कंपनी भाग ले रही है।
कंपनी ने एक बयान में कहा, “एग्जीबिशन के दौरान, रोसोबोरोनएक्सपोर्ट भारतीयों के साथ सशस्त्र बलों और देश की अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए AK-203 के उत्पादन और आपूर्ति पर चर्चा करेगा।”
इसमें कहा गया, “इसके अलावा, कंपनी असॉल्ट राइफल को अनुकूलित करने और सेना के जवानों को हथियारों से लैस करने के लिए डिजाइन किए गए अतिरिक्त आधुनिक उपकरणों की एक विस्तृत श्रृंखला पेश करेगी।”