एअर इंडिया विमान हादसा 12 जून 2025 को हुआ था। गुजरात के अहमदाबाद में ये हादसा हुआ था, जिसमें 241 यात्रियों की मौत हुई थी। इनमें 52 ब्रिटिश नागरिक भी सवार थे, जिनकी हादसे में मौत हो गई थी। उसके बाद सभी के शवों को सम्मान के साथ ब्रिटेन भेजा गया। इस बीच ब्रिटेन के अखबार डेली मेल में दावा किया गया कि हादसे में मारे गए कुछ ब्रिटिश नागरिकों की डेड बॉडी की गलत पहचान की गई थी। इस पर अब भारत ने प्रतिक्रिया दी है।
जानें क्या है भारत की प्रतिक्रिया
मंगलवार को जारी एक बयान में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “हमने रिपोर्ट देखी है और जब से ये चिंताएं और मुद्दे हमारे ध्यान में लाए गए हैं, हम ब्रिटिश पक्ष के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। सभी पार्थिव अवशेषों को प्रोफेशनल तरीके से और मृतकों की गरिमा का पूरा ध्यान रखते हुए संभाला गया।”
विदेश मंत्रालय ने आगे कहा कि भारतीय अधिकारी किसी भी मौजूदा चिंता का समाधान करने के लिए अपने ब्रिटिश समकक्षों के साथ समन्वय जारी रखे हुए हैं। ब्रिटेन से प्रकाशित होने वाले अख़बार डेली मेल ने कई परिवारों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक एविएशन लाॅयर के हवाले से बताया कि ब्रिटेन में पीड़ित रिश्तेदारों को शवों की पहचान में गंभीर गलतियां के बारे में बताया गया था। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि एक परिवार को अंतिम संस्कार की योजना रद्द करनी पड़ी क्योंकि उन्हें जो ताबूत दिया गया था उसमें एक अज्ञात यात्री के अवशेष थे।
एक ही ताबूत में कई पीड़ितों के अवशेष
डेली मेल ने दावा किया कि एक अन्य मामले में एक से अधिक पीड़ितों के अवशेषों को एक ही ताबूत में रखा गया था और दफनाने से पहले उन्हें अलग करना पड़ा। ये कथित गलतिया इनर वेस्ट लंदन की कोरोनर डॉ. फियोना विलकॉक्स द्वारा किए गए पहचान वेरिफिकेशन के दौरान सामने आईं, जिन्होंने पीड़ित परिवारों द्वारा उपलब्ध कराए गए डीएनए नमूनों का इस्तेमाल किया।
एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें सवार 241 नागरिकों की मौत हुई थी, जिसमें 52 ब्रिटिश नागरिक भी शामिल थे। वहीं ज़मीन पर मौजूद 19 अन्य लोग भी मारे गए और 67 गंभीर रूप से घायल हो गए थे।