Air India: देश के विमानन नियामक (DGCA) ने कुछ लंबे रूट्स पर संचालित उड़ानों के संबंध में सुरक्षा मानकों के उल्लंघन के संबंध में एयर इंडिया पर 1.10 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। बुधवार को जारी एक बयान के अनुसार, डीजीसीए ने एक एयरलाइन कर्मचारी से स्वैच्छिक सुरक्षा रिपोर्ट प्राप्त करने के बाद विस्तृत जांच की। इसमें कुछ लंबी दूरी के महत्वपूर्ण रूट्स पर एयर इंडिया द्वारा संचालित उड़ानों में सुरक्षा उल्लंघन का आरोप लगाया गया था।
डीजीसीए ने कहा कि जांच में प्रथम दृष्टया एयरलाइन द्वारा गैर-अनुपालन का पता चला है। इसके बाद एयर इंडिया को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। सुरक्षा रिपोर्ट एयर इंडिया द्वारा संचालित पट्टे पर दिए गए विमानों से संबंधित है। सिविल एविएशन ने कहा कि पट्टे पर दिए गए विमानों का परिचालन नियामक/OEM प्रदर्शन सीमाओं के अनुरूप नहीं था, इसलिए डीजीसीए ने कार्रवाई करते हुए एयर इंडिया पर 1.10 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है।
पायलट की शिकायत के बाद एयर इंडिया पर लगा जुर्माना
डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ़ सिविल एविएशन के अधिकारियों ने कहा कि यह फैसला नागारिक उड्डयन मंत्रालय और डीजीसीए द्वारा एयर इंडिया के खिलाफ एक पूर्व सीनियर पायलट द्वारा शिकायत किए जाने के बाद आया। आरोप लगाया गया था कि एयरलाइन ने इमरजेंसी ऑक्सीजन आपूर्ति की आवश्यक सिस्टम के बिना अमेरिका के लिए बोइंग 777 विमानों का संचालन किया।
शिकायतकर्ता सीनियर पायलट ने B777 कमांडर के रूप में काम किया था। उसने 29 अक्टूबर को मंत्रालय और डीजीसीए को इसको लेकर शिकायत की थी। शिकायतकर्ता के मुताबिक, तीन महीने बाद पायलट ने कहा कि उसे एयरलाइन ने सेवा से बर्खास्त कर दिया है।
बता दें, अधिकांश विमानों में ओवरहेड मास्क में ऑक्सीजन की आपूर्ति करने के लिए सिलेंडर होते हैं, जो केबिन के प्रेसर को कम करने की स्थिति में प्रति व्यक्ति 12-15 मिनट के लिए तैनात होते हैं। ऊंचे पहाडों के ऊपर से फ्लाई करने वाले विमान एक लिमिट पार करने के बाद 10 हजार फीट तक नीचे उतर सकते हैं। जिसका यह मतलब है कि उन्हें अधिक ऊंचाई पर ज्यादा वक्त तक फ्लाई करने की जरूरत है।
25-30 मिनट के लिए ओलरहेड यात्री मास्क को ऑक्सीजन की आपूर्ति करने के लिए फ्लाइट पर अतिरिक्त सिलेंडर की जरूरत होती है। हाल ही में एयर इंडिया ने B777s लिए हैं। जिनमें अतिरिक्त सिलेंडर नहीं है।
DGCA के एक्शन के बाद एयर इंडिया का बयान आया सामने-
हालांकि, डीजीसीए की इस एक्शन के बाद एयर इंडिया ने अपने नाराजगी जताई है। एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, ‘हम डीजीसीए द्वारा जारी आदेश से असहमत हैं। उठाए गए मुद्दों की एयर इंडिया द्वारा बाहरी विशेषज्ञों के साथ गहन जांच की गई और निष्कर्ष निकाला गया कि सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं किया गया है। हम आदेश का विस्तार से अध्ययन कर रहे हैं और हमारे पास उपलब्ध विकल्पों की समीक्षा करेंगे, जिसमें अपील करने के हमारे अधिकार के साथ-साथ इसे नियामक के पास ले जाना भी शामिल है।’