अहमदाबाद में 12 जून 2025 को एअर इंडिया की फ्लाइट (AI 171) दुर्घटनाग्रस्त हुई थी। इस फ्लाइट में सवार 242 में से 241 लोग मारे गए थे, जबकि जमीन पर भी 19 लोगों की मौत हुई थी। दुर्घटना में मारे गए चार यात्रियों के परिवारों ने विमान निर्माता कंपनी बोइंग और उसके सहयोगी हनीवेल के खिलाफ अमेरिका में मुकदमा दायर किया है। इन कंपनियों पर बोइंग 787-8 विमान के इंजन ईंधन नियंत्रण स्विच (Fuel Control Switch) के संबंध में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है। यह मुकदमा वर्तमान में अमेरिका में दुर्घटना के पीड़ितों के परिवारों द्वारा दायर किया गया एकमात्र ज्ञात मामला है।
पीड़ितों ने बोइंग के खिलाफ दायर किया मुकदमा
चार पीड़ितों (कांताबेन धीरूभाई पघदल, नाव्या चिराग पघदल, कुबेरभाई पटेल और बेबीबेन पटेल) के परिवारों का प्रतिनिधित्व करने वाली द लैनियर लॉ फ़र्म के अनुसार इस मुकदमे में बोइंग और हनीवेल से क्षतिपूर्ति और दंडात्मक हर्जाना मांगा गया है। लॉ फ़र्म ने दोनों कंपनियों से मांगे जा रहे मुआवज़े का विवरण नहीं दिया है।
डेलावेयर सुपीरियर कोर्ट में दायर मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि खराब फ्यूल कंट्रोल स्विच के कारण यह दुर्घटना हुई जिसमें विमान में सवार 242 लोगों में से एक को छोड़कर सभी की मौत हो गई। वहीं ज़मीन पर 19 अन्य लोग मारे गए। अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रही उड़ान संख्या AI 171, 12 जून को अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी।
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फ्यूल कंट्रोल स्विच पर शक
दुर्घटनाग्रस्त विमान के ईंधन नियंत्रण स्विच हवाई दुर्घटना की जांच में केंद्र बिंदु बन गए क्योंकि प्रारंभिक जांच में पाया गया कि दोनों स्विच उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद ‘रन’ से ‘कटऑफ़’ में बदल गए। हनीवेल द्वारा निर्मित और बोइंग द्वारा स्थापित ये स्विच, उड़ान के बीच में इंजनों को ईंधन की आपूर्ति में अनपेक्षित रुकावट को रोकने के लिए एक लॉकिंग तंत्र के साथ डिज़ाइन किए गए हैं।
मुकदमे में कहा गया है कि ये स्विच हाई ट्रैफिक वाले स्थान पर, थ्रस्ट लीवर के ठीक पीछे और बगल में लगाए गए हैं, जिन्हें पायलट उड़ान के दौरान लगातार नियंत्रित करते हैं। इसमें आरोप लगाया गया है कि हनीवेल और बोइंग दोनों जानते थे कि लॉकिंग तंत्र अनजाने में आसानी से बंद हो सकता है या पूरी तरह से गायब भी हो सकता है।
मुकदमे में दिसंबर 2018 में अमेरिकी संघीय विमानन प्रशासन (FAA) द्वारा जारी विशेष एयरवर्थनेस सूचना बुलेटिन (SAIB) का संदर्भ दिया गया है।विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की इस दुखद दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट में इस विशिष्ट SAIB का उल्लेख किया गया था, जो कुछ 737 विमानों के संचालकों द्वारा यह कहे जाने के बाद जारी किया गया था कि कुछ ईंधन नियंत्रण स्विच लॉकिंग सुविधा के बिना लगाए गए थे। 787 विमानों सहित विभिन्न बोइंग विमानों में 737 विमानों के समान ही ईंधन नियंत्रण स्विच लगे हैं।
प्रारंभिक जांच रिपोर्ट जारी होने के बाद भी FAA और बोइंग ने कहा कि बोइंग विमानों के ईंधन नियंत्रण स्विच सुरक्षित हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि विमान के इंजनों को ईंधन की आपूर्ति शुरू करने और बंद करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले स्विचों का आकस्मिक रूप से हिलना पूरी तरह से संभव नहीं है। स्प्रिंग-लोडेड स्विचों की सुरक्षा के लिए दोनों तरफ ब्रैकेट लगे होते हैं और लॉकिंग मैकेनिज्म के तहत पायलटों को स्विच को ऊपर उठाना होता है, उसके बाद ही उसे दो स्थितियों (रन और कटऑफ) के बीच ले जाना होता है।
लॉ फर्म ने क्या कहा?
हालांकि परिवारों का प्रतिनिधित्व करने वाले वकीलों का दावा कुछ और ही है। लैनियर लॉ फर्म ने एक रिलीज में कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि बोइंग और हनीवेल ने एयर इंडिया या अन्य ग्राहकों को सूचित किया था कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए स्विचों का निरीक्षण और मरम्मत ज़रूरी है और उन्होंने उन एयरलाइनों को प्रतिस्थापन स्विच लगाने के लिए नहीं भेजे। परिवारों के वकील बेंजामिन मेजर ने कहा, “यह चौंकाने वाला है कि हनीवेल और बोइंग दोनों को इस खतरे के बारे में पता था और उन्होंने 12 जून को हुई आपदा को रोकने के लिए कुछ भी नहीं किया। यह खराबी किसी ऑटो निर्माता द्वारा आपकी कार में रेडियो वॉल्यूम नॉब के बगल में एक असुरक्षित आपातकालीन ब्रेक कंट्रोल लगाने के समान है।कार के विपरीत, जेट इंजन को फिर से चालू करने में सेकंड नहीं, बल्कि मिनट लगते हैं। एक बार जब ये इंजन बंद हो गए, तो वह विमान मूल रूप से 250,000 पाउंड का लॉन डार्ट बन गया।”
प्रारंभिक रिपोर्ट जारी होने के बाद से, इस बात पर काफी अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या स्विच किसी पायलट ने अनजाने में या किसी और वजह से हिलाए थे, या सिस्टम को भेजा गया ट्रांज़िशन सिग्नल किसी तकनीकी, यांत्रिक या सॉफ़्टवेयर समस्या के कारण था। रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया है कि किसी भी पायलट ने स्विच को स्वयं हिलाया था, बल्कि केवल इतना बताया गया है कि उन्होंने RUN से CUTOFF में ट्रांज़िशन किया था।