ऑल इंडिया मुस्लिम-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भारत की जीडीपी को लेकर दिए एक बयान पर जमकर खिंचाई की। उन्होंने कहा कि सीएम योगी को किसी भी तरह का ज्ञान नहीं है वह भाग्यशाली हैं कि उन्हें यूपी का मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला। इसके साथ ही ओवैसी ने यह भी कहा कि योगी को बिना पढ़े बयान नहीं देने चाहिए।
दरअसल सीएम योगी ने मुगलों और अंग्रेजों को अर्थव्यवस्था की बदहाली के लिए जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि मुगलों के समय भारतीय अर्थव्यवस्था 36 प्रतिशत पर थी। इसके बाद जब मुगलों का शासन खत्म हुआ तो भारत में अंग्रेज आए। अंग्रेजों के आने के बाद ये 36 प्रतिशत की अर्थव्यवस्था घटकर 20 प्रतिशत हो गई। और अंत में ये चार प्रतिशत हुई।’
योगी के इस बयान पर ही एआईएमआईएम अध्यक्ष ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि ‘योगी को किसी भी विषय की जानकारी नहीं है उन्हें किसी विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए। मुझे तो ऐसा लगता है जैसे वह किस्मत से सीएम बन गए। उन्होंने बयान से साफ कर दिया कि वे कुछ नहीं जानते। जहांगीर, औरंगजेब के समय भी निर्यात होता था। मेरा सिर्फ इतना सवाल है कि बीजेपी ने 6 साल में अब तक किया क्या है? बेरोजगारी और 5 प्रतिशत की जीडीपी पर उनके क्या विचार है।’
उन्होंने कहा कि ‘योगी को तीन किताबें पढ़ लेनी चाहिए। सीएम को ब्रिटिश अर्थशास्त्री एंगस मेडिसन, भारतीय लेखक रमेशचन्द्र दत्त और अमेरिकी इतिहासकार और दार्शनिक विल ड्यूरेंट की किताब पढ़नी चाहिए। अगर सीएम ने तारीख पढ़ी होती तो उन्हें मालूम होता कि मुगालों के दौर में भारत का योगदान दुनिया की जीडीपी में 25 प्रतिशत था। मैं अपील करता हूं कि उन्हें अपने कामकाज पर ध्यान देना चाहिए। मैं समझता हूं कि उन्हें ऐसी किसी भी चीज से नफरत है जिसका मुसलमानों से कोई लेना-देना होता है लेकिन आप इतिहास या तथ्यों को नहीं बदल सकते।’
बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘फादर ऑफ इंडिया’ कहने पर ओवैसी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ‘जाहिल’ करार दिया था। उन्होंने कहा था कि ट्रंप को भारत और महात्मा गांधी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं।