गुरुवार को अहमदाबाद में हुए दर्दनाक विमान हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को घटनास्थल और अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने दुर्घटनास्थल पर पहुंचकर राहत व बचाव कार्यों में जुटे अधिकारियों और टीमों से मुलाकात की और उनके अथक प्रयासों की सराहना की। पीएम मोदी ने इस भयावह दृश्य को “दुखद मंजर” बताया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी भावनाएं साझा करते हुए लिखा, “अहमदाबाद में दुर्घटनास्थल का दौरा किया। तबाही का मंजर दुखद है। अधिकारियों और टीमों ने जिस तरह से अथक परिश्रम किया है, उसकी सराहना करता हूं। इस अकल्पनीय त्रासदी में जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति हमारी संवेदनाएं हैं।”
उन्होंने लिखा, “इस हादसे से हम सभी स्तब्ध हैं। इतनी बड़ी संख्या में लोगों की अचानक और दिल दहला देने वाली मौत को शब्दों में बयां करना कठिन है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति हमारी गहरी संवेदना है। हम उनके दर्द को समझते हैं और जानते हैं कि इस खालीपन को वर्षों तक महसूस किया जाएगा। ओम शांति।”
प्रधानमंत्री मोदी ने अहमदाबाद सिविल अस्पताल में भर्ती घायलों और हादसे में मृत पूर्व सीएम विजय रूपाणी के परिजनों से भी मुलाकात की। इस हादसे में एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 के 242 में से 241 यात्रियों की मौत हो गई थी। जीवित बचे इकलौते व्यक्ति से भी प्रधानमंत्री ने व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर उनका हाल जाना।
गुरुवार को दोपहर 1:38 बजे अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुआ ड्रीमलाइनर B787 एयरक्राफ्ट उड़ान भरने के मात्र पांच मिनट बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान की कमान कैप्टन सुमीत सभरवाल और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर के हाथों में थी। हादसे में विमान का मलबा बीजे मेडिकल कॉलेज की इमारत से लटक गया था, जिससे कॉलेज में पढ़ रहे कई मेडिकल छात्र भी इसकी चपेट में आ गए।
पुलिस उपायुक्त कानन देसाई ने जानकारी दी कि हादसे के बाद अब तक 265 शव अस्पताल लाए जा चुके हैं। विमान में सवार 230 यात्रियों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, एक कनाडाई और सात पुर्तगाली नागरिक शामिल थे। अतिरिक्त हताहत मेडिकल कॉलेज परिसर के विद्यार्थियों के होने से मृतकों की संख्या यात्रियों से अधिक हो गई।
डीजीसीए के अनुसार, हादसे की विस्तृत जांच जारी है और तकनीकी पहलुओं को खंगाला जा रहा है। इस दुर्घटना से पूरे देश में गहरा शोक है।