अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में एक मात्रा जिंदा बचे यात्री विश्वास ने अपने भाई अजय की अर्थी को कंधा दिया है। विश्वास अपने भाई अजय के साथ अहमदाबाद से लंदन जा रहे थे। उसी दौरान प्लेन क्रैश हो गया थी। इस प्लेन क्रैश में विश्वास करिश्माई तरीके से बच गए थे, जबकि उनके भाई अजय की विमान दुर्घटना में ही मौत हो गई थी। अपने भाई की अर्थी को कंधा देने के बाद विश्वास रमेश कुमार काफी देर तक रोते-बिलखते रहे। हादसे के बाद विश्वास कुमार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां डॉक्टरों की देखरेख के बाद उनकी हालत में सुधार हुआ है। हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होते ही वो अपने भाई की अर्थी को कंधा देने पहुंचे।
12 जून को एअर इंडिया की अहमदाबाद से लंदन जाने वाली फ्लाइट AI-171 उड़ान के कुछ देर बाद ही क्रैश हुई थी। प्लेन अहमदाबाद हवाई अड्डे से सटे बीजे मेडिकल कॉलेज ऐंड सिविल हॉस्पिटल के हॉस्टल की बिल्डिंग से टकरा गई थी। इस हादसे में 12 क्रू मेंबर समेत 241 यात्रियों की मौत हो गई थी। जबकि हॉस्टल की बिल्डिंग से 34 लोगों को मिलाकर 275 की मौत की जानकारी है। हालांकि अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक, कुल मौत का अंतिम आंकड़ा सभी DNA टेस्ट होने के बाद साफ होगा।
हादसे में पूर्व मुख्यमंत्री की भी हुई थी मौत
इस हादसे में से विश्वास रमेश कुमार एक मात्र जीवित बचे एकमात्र व्यक्ति हैं। विश्वास रमेश कुमार दीव के मूल निवासी हैं और यू.के. में बसे हुए हैं। उनके भाई से उनका डीएनए मैच होने के बाद अजय की डेड बॉडी विश्वास को सौंप दिया गया। जिसके बाद अजय के अंतिम संस्कार के दौरान उसकी अर्थी को रमेश कुमार नम आंखों से कंधा दिया।
विमान हादसे में प्लेन में बैठे यात्रियों के अलावा हॉस्टल में रुके मेडिकल स्टूडेंट और स्टाफ की भी मौत हो गई थी। जिसमें से अब तक 177 डीएनए मैच कर लिया गया है जबकि 124 के परिजनों को शव सौंप दिया गया है। इस हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी की भी मौत हो गई थी।