पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने बुधवार (4 मई) को स्वीकार किया कि अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे में भ्रष्टाचार हुआ किन्तु तत्कालीन संप्रग सरकार ने कोई गलत काम नहीं किया। उन्होंने सरकार से कहा कि वह कांग्रेस नेताओं को धमकाने या ब्लैकमेल किए बिना इस मामले में शामिल लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करे। उन्होंने राज्यसभा में अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकाप्टर सौदे के बारे में हुई अल्पकालिक चर्चा में भाग लेते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती राजग सरकार ने अति विशिष्ट व्यक्तियों के लिए खरीदे जाने वाले हेलीकाप्टरों के मानकों में बदलाव किए थे।

एंटनी ने कहा, ‘‘संदेह पैदा करने का प्रयास मत करिए, आप सफल नहीं होंगे। राजनीतिकरण मत करिए, आपको पछताना पड़ेगा। यदि आपके पास सभी साक्ष्य हैं तो कठोर कार्रवाई करिए। किन्तु धमकी मत दीजिए और ब्लैकमेल मत करिए।’’

इस सौदे को लेकर संप्रग सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का बचाव करते हुए कहा, ‘यह बात बिना संदेह के साबित हुई है कि भ्रष्टाचार हुआ। यह इटली का निर्णय है। सभी कानूनी अड़चनें पूरी हो चुकी हैं, आपको कार्रवाई करना है।‘’’

सरकार को इस मामले को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाने का सुझाव देते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘आपको पहले पंचाट प्रक्रिया को तेज करना होगा, अब भ्रष्टाचार साबित हो चुका है तथा हमें हजारों करोड़ रुपए मुआवजे के रूप में मिल सकते हैं।’’ उन्होंने सरकार से कहा कि वह उस कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करे जिसने धन दिया तथा उनके खिलाफ कार्रवाई करे जिसने इसे लिया, भले ही वे कोई भी हों।

अदृश्य हाथ ने हेलीकाप्टर सौदे में जल्द जांच करने से रोका : सरकार

विवादास्पद अगस्ता वेस्टलैंड सौदे को लेकर पूर्ववर्ती संप्रग सरकार पर निशाना साधते हुए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने बुधवार (4 मई) को कहा कि मौजूदा जांच उन पर केंद्रित होगी जिनका नाम इटली की अदालत के फैसले में आया है। साथ ही उन्होंने यह सुझाव दिया कि ‘‘अदृश्य हाथ’’ की भूमिका ने पूर्व में इस मामले की समुचित जांच को रोका।

पर्रिकर ने अगस्ता वेस्टलैंड सौदे पर राज्यसभा में हुई अल्पकालिक चर्चा के जवाब में यह बातें कहीं। उन्होंने तथा संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने इस पूरे मामले की उच्चतम न्यायालय की निगरानी में जांच कराये जाने की कांग्रेस सहित विपक्षी दलों की मांग को खारिज कर दिया जिसके विरोध में कांग्रेस और जदयू ने सदन से वॉकआउट किया।

बारह वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों के लिए 3600 करोड़ रुपए के इस सौदे के बारे में रक्षा मंत्री ने कहा कि संप्रग अगस्ता वेस्टलैंड के हेलीकॉप्टरों को खरीदने के लिए लगातार जोर डाल रहा था। उन्होंने इस मामले का तिथिवार ब्यौरा देते हुए कहा कि सीबीआई ने 12 मार्च 2013 को एक मामला दर्ज किया था किन्तु उसने नौ माह तक प्राथमिकी की प्रति को प्रवर्तन निदेशालय को नहीं दिया। उसके बाद ईडी ने जुलाई तक प्राथमिकी पर कोई कार्रवाई नहीं की।