BSF-CISF में अग्निवीरों को मिलेगा 10% आरक्षण देने के फैसले को मंजूरी मिल गई है। असल में फैसला तो दो हफ्ते पहले ही ले लिया गया था, लेकिन अब इसकी आधिकारिक घोषणा हुई है। अग्निवीरों को 10 फीसदी मिलने वाला यह आरक्षण मायने रखता है क्योंकि इन्हीं जवानों के भविष्य को लेकर विवाद की स्थिति है। विपक्ष का आरोप है कि अग्निवीरों को सरकार द्वारा ज्यादा सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं।

चिंताओं को सरकार ने किया दूर?

अब जब उन्हें बीएसफ और सीआईएसफ में आरक्षण मिलना शुरू हो जाएगा, जमीन पर स्थिति काफी बदलेगी, उनके लिए अवसर के कई नए दरवाजे खुल जाएंगे। इसके अलावा भी कई फायदे इन अग्निवीरों को दिए जा रहे हैं। यह अलग बात है कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी लगातार इस योजना की आलोचना कर रहे हैं, उनकी नजरों में इसे कूड़ेदान में फेंक देना चाहिए। लेकिन सरकार ने संकेत दे दिए हैं कि वे अग्निवीर योजना को जारी रखने वाली है, बजट में भी इसे हटाने को लेकर कोई इरादा नहीं दिखाया गया है।

अग्निवीर Vs सामान्य सैनिक: शहादत के बाद किसे मिलता है कितना ‘सम्मान’

अग्निवीरों को क्या सुविधा?

बताया जा रहा है कि अग्निवीर अपनी चार की सेवा के बाद भी बीएसएफ में ज्वाइन कर पाएंगे। उन्हें एज रिलेक्सेशन दी जाएगी। इसके ऊपर इस योजना के तहत ही कुछ ऐसे फायदे भी हैं जो सिर्फ अग्निवीरों के लिए रहते हैं, सामान्य सैनिक को वो नहीं मिलते हैं। उदाहरण के लिए अग्निवीर का वेतन 30,000 रुपये से 40,000 रुपये प्रति महीने है। इसके साथ ही वो जोखिम और कठिनाई भत्ते के हकदार हैं। इस योजना में एक सेवा निधि अंशदायी पैकेज भी है, जिसके तहत अग्निवीर अपनी मासिक परिलब्धियों का 30% योगदान करते हैं, और सरकार भी उतनी ही राशि का योगदान करती है।

अग्निपथ योजना क्या है?

अग्निपथ योजना पिछले साल चार साल के कांट्रैक्ट पर सेना, नौसेना और भारतीय वायु सेना में भर्ती करने के लिए शुरू की गई थी। 6 महीने की ट्रेनिंग के बाद चार साल के अंत में 25% तक अग्निवीरों को नियमित आधार पर सेवाओं में शामिल किया जाएगा।