जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी(जेएनयू) में संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु की बरसी के मौके पर छात्रों के बीच झगड़े के मामले में पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ आपराधिक षड़यंत्र और राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज किया है। मंगलवार को हुए कार्यक्रम के दौरान अफजल गुरु, कश्मीर की आजादी और पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी भी हुई थी। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया था। यूनिवर्सिटी में तनाव बढ़ने के बाद पुलिस जाब्ता तैनात करना पड़ा था। जेएनयू के रजिस्ट्रार भूपिंदर जुत्शी के अनुसार यूनिवर्सिटी की प्रोक्टॉरियल कमिटी मामले की जांच कर रही है। कमिटी को दो सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा गया है। छात्रों ने अनुमति वापस ले लिए जाने के बाद भी कार्यक्रम आयोजित किया।
वहीं भाजपा सांसद महेश गिरी की पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी को लिखित शिकायत के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। गिरी ने जेएनयू में संविधान विरोधी और राष्ट्र विरोधी गतिविधियां होने की शिकायत की। उन्होंने गृह मंत्री राजनाथ सिंह और एचआरडी मंत्री स्मृति ईरानी को भी खत लिखा और दखल देने को कहा है। सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने के बाद छात्रों व मीडिया से वीडियो फुटेज ली है। साथ ही कई छात्रों से पूछताछ की गई। पुलिस कार्यक्रम के दौरान हथियारों के उपयोग के आरोप की भी जांच करेगी।
इससे पहले रजिस्ट्रार जुत्शी ने जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार और सचिव राम नागा से मुलाकात की। दोनों छात्र नेताओं ने जांच को लेकर चिंताएं जाहिर की थी। उनका कहना था कि जांच में शामिल तीनों लोग साइंस स्ट्रीम से आते हैं। उनमें से कोई भी अल्पसंख्यक वर्ग से भी नहीं है।