आगामी लोकसभा चुनाव और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे के दो दिन भी नहीं हुए और शिव सेना ने भाजपा पर निशाना साधना शुरू कर दिया। शिव सेना ने कहा कि पुलवामा हमले में कार्रवाई के लिए क्या चुनाव तक इंतजार करोगे? पिछले कुछ समय के तनावपूर्ण संबंधों के बीच, भाजपा और शिवसेना ने बीते सोमवार को आगामी लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ने की घोषणा की। शिवसेना प्रमुख उद्ध्व ठाकरे और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में सीट बंटवारे की घोषणा की गई। इसके बाद यह माना जाने लगा कि दोनों पार्टियों के बीच सबकुछ ठीक-ठाक हो गया है। लेकिन, शिव सेना ने एक बार फिर सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाया है।
पीटीआई के अनुसार, शिवसेना ने गुरुवार को पुलवामा हमले के बाद भाजपा सरकार को पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए चुनाव (लोकसभा) तक इंतजार नहीं करने को कहा। शिवसेना के मुखपत्र सामना में छपे आलेख में कहा गया कि मोदी सरकार को अमेरिका और यूरोपियन देशों द्वारा हमले को लेकर की गई निंदा पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। शिव सेना ने कहा, “हमें अमेरिका और यूरोपियन देश की सहायता को देखने के बजाय खुद के लिए लड़ना होगा। भारत और पाकिस्तान के बीच सोशल मीडिया पर एक युद्ध शुरू हो चुका है, जो कि चुनाव अभियान की शुरूआत है। यह सोशल मीडिया युद्ध बंद होना चाहिए।”
सेना ने कहा, “सैनिकों की शहादत और आंतकी हमले चुनाव जीतने के हथियार बन चुके हैं। ऐसे देश दुश्मनों का सामना कैसे करेंगे? पाकिस्तान को सबक सिखाने की बयानबाजी हो रही है, लेकिन पहले ऐसा करो और तब बोलो। अभी हम पुलवामा हमले पर डोनाल्ड ट्रम्प, फ्रांस और इरान द्वारा दिए गए बयान को लेकर अपनी पीठ थपथपाने में व्यस्त हैं।”
शिव सेना ने कहा, “श्रीलंका ने पूरी तरह से लिट्टे का सफाया कर दिया और पूरी दुनिया ने इस काम के लिए उसकी प्रशंसा की। अमेरिका ने पाकिस्तान में घुसकर ओसामा बिन लादेन को मारा और पूरी दुनिया ने अमेरिका के साहस की तारीफ की। वहीं, एक हम हैं जो बिना कुछ किए अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। यह अलग बात है कि अमेरिका और फ्रांस पुलवामा आतंकी हमले की निंदा करते हैं और कश्मीर को भारत का हिस्सा बताते हैं।”

