जम्मू। पाकिस्तानी सैनिकों ने संघर्षविराम का उल्लंघन करते हुए जम्मू कश्मीर के जम्मू सेक्टर और पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के पास के क्षेत्रों में 40 सीमाई चौकियों और आसपास के 25 इलाकों पर मोर्टार दागे और भारी गोलीबारी की जिससे 12 लोग घायल हो गए।
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष मेहता ने कहा कि पाकिस्तानी सैनिकों ने मंगलवार दोपहर करीब ढाई बजे के आस पास पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर स्थित बलनोई अग्रिम क्षेत्र में छोटे हथियारों से गोलीबारी की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की इस कार्रवाई का बीएसएफ के जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया और कुछ इलाकों में अभी भी दोनों पक्षों में गोलीबारी जारी है।
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक पाकिस्तान ने पुंछ जिले के सब्जियां इलाके में नियंत्रण रेखा पर देर शाम गोलाबारी की जिसमें एक जेसीओ और दो सैनिक घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तानी रेंजर्स ने एक अन्य संघर्षविराम उल्लंघन की घटना के तहत मंगलवार सुबह अरनिया में गोलीबारी की व मोर्टार दागे। अधिकारी ने कहा कि एक मोर्टार अरनिया के एक पुलिस थाने के परिसर की दीवार में आकर फटा जिससे छह लोग घायल हो गए।
बीएसएफ के प्रवक्ता विनोद यादव ने बताया कि पाकिस्तानी रेंजर्स ने सोमवार रात नौ बजे से अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगी बीएसएफ चौकियों पर मोर्टार दागे और भारी गोलीबारी की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में बीएसएफ की कम से कम 40 सीमा चौकियां प्रभावित हुई हैं। गोलाबारी में जम्मू व सांबा जिलों में अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे अरनिया, आरएस पुरा, कानाचक और परगवाल सब सेक्टरों को निशाना बनाया गया। उन्होंने बताया कि कानाचक और परगवाल में बीएसएफ की लगभग सभी चौकियों को पाकिस्तानी रेंजरों ने निशाना बनाया।
प्रवक्ता ने बताया कि अरनिया व आरएस पुरा सब सेक्टरों में बीएसएफ की चौकियों को निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा कि सभी स्थानों पर बीएसएफ ने पाकिस्तान की गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया। उन्होंने बताया कि कुछ इलाकों, खासकर परगवाल में गोलीबारी अभी भी जारी है। पर बीएसएफ का कोई जवान हताहत नहीं हुआ है।
जम्मू के जिला मजिस्ट्रेट अजीत कुमार साहू ने बताया कि सोमवार रात से जम्मू जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अरनिया, आरएस पुरा, परगवाल, गंजानसू और कानाचक पट्टी में 20 से 25 सीमावर्ती इलाकों पर मोर्टार दागे गए और भारी गोलीबारी की गई। उन्होंने बताया कि जम्मू के सीमावर्ती इलाकों में गोलीबारी और गोलाबारी में तीन लोग घायल हो गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इन इलाकों से रात को ही 1,000 से ज्यादा लोगों को शिविरों में ले जाया गया। जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आठ और नियंत्रण रेखा पर नौ बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया गया है। इसमें पुंछ में नियंत्रण रेखा पर सात, जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आठ और कश्मीर के गुलमर्ग सेक्टर में दो बार संघर्षविराम उल्लंघन शामिल है।
इस महीने जम्मू और पुंछ जिलों में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की ओर से की गई गोलाबारी में छह व्यक्ति मारे गए हैं और बीएसएफ के जवान सहित करीब 50 अन्य घायल हो चुके हैं। पाकिस्तान ने पुंछ जिले में छह अक्तूबर को भीमबेर गली (बीजी) बेल्ट, केरनी, बालकोट-मनकोट में तीन बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया था। पांच अक्तूबर को संघर्षविराम का दो बार उल्लंघन किया गया था। पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अरनिया क्षेत्र में बिना उकसावे के भारी गोलाबारी की थी जिसमें पांच लोग मारे गए थे और 34 अन्य घायल हुए थे। उसी दिन संघर्षविराम का एक और बार उल्लंघन किया गया था जब पाकिस्तानी सैनिकों ने पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर बालनोई उप सेक्टर में भारत की अग्रिम चौकियों को निशाना बनाया था।
चार अक्तूबर को पाकिस्तानी सैनिकों ने पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर भारी गोलीबारी की थी और मोर्टार दागे थे जिसका भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया था। पाकिस्तानी सैनिकों ने तीन अक्तूबर को संघर्षविराम का चार बार उल्लंघन करते हुए कश्मीर घाटी के गुलमर्ग में और पुंछ व जम्मू सेक्टरों में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा स्थित अग्रिम क्षेत्रों और गांवों पर गोलीबारी की थी। इसमें एक लड़की मारी गई थी और छह अन्य लोग घायल हो गए थे। एक और दो अक्तूबर को पाकिस्तानी सैनिकों ने संघर्षविराम का दो बार उल्लंघन किया था जिसमें छह लोग घायल हो गए थे ।
इस बीच, संघर्षविराम के उल्लंघन के विरोध में जम्मू में पाकिस्तान के खिलाफ लगातार दूसरे दिन विरोध प्रदर्शन जारी रहा। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की युवा शाखा ने उल्लंघन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने सांबा जिले के मानयारी सीमावर्ती क्षेत्र में गोलीबारी के खिलाफ प्रदर्शन किया।