आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता कुमार विश्वास ने समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व नेता नरेश अग्रवाल के बीजेपी में शामिल होने पर चुटकी ली है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी लपेटा है। कुमार विश्वास ने ट्वीट किया, ‘आम दरबार हो या खास दरबार, बेशर्म राजनीति के ‘अजगर-नरेशों’ का 2G नेटवर्क हर जगह कामयाब है!’ कुमार विश्वास ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के एक ट्वीट को रिट्वीट किया जिसमें बीजेपी की वरिष्ठ नेता ने जया बच्चन के खिलाफ नरेश अग्रवाल की टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताई थी। AAP नेता ने सुषमा स्वराज को संबोधित करते हुए लिखा, ‘एक भीषण अवसरवादी की भाषाई लंपटता को सार्वजनिक रूप से लताड़ कर आपने अपने प्रति हमारा आदर और प्रगाढ़ कर लिया सुषमा स्वराज दी।’ बता दें कि दिल्ली से राज्यसभा की तीन सीटों के लिए जनवरी में चुनाव हुआ था। विधानसभा में AAP को प्रचंड बहुमत होने के कारण तीनों सीटें उसके खाते में गई थी। कुमार विश्वास ने राज्यसभा जाने की पूरी कोशिश की थी, लेकिन पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे संजय सिंह के अलावा सुशील गुप्ता और एनडी गुप्ता को उच्च सदन भेजने का फैसला किया था। कुमार विश्वास ने इस फैसले के खिलाफ सार्वजनिक तौर पर नाराजगी जताई थी। इसके लिए उन्होंने पार्टी नेतृत्व की कड़ी आलोचना भी की थी। अरविंद केजरीवाल ने भी कुमार विश्वास के रवैये की कड़ी आलोचना की थी। AAP नेता ने ट्वीट के जरिये सपा के पूर्व नेता के भाजपा में शामिल होने पर पीएम मोदी की भी चुटकी ली।
आम दरबार हो या ख़ास दरबार, बेशर्म राजनीति के “अजगर-नरेशों” का 2 G नेटवर्क हर जगह कामयाब है !
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) March 12, 2018
एक भीषण अवसरवादी की भाषाई लंपटता को सार्वजनिक रूप से लताड़ कर, आपने अपने प्रति, हमारा आदर प्रगाढ़ कर लिया @SushmaSwaraj दी https://t.co/IRXuaUUq8c
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) March 12, 2018
“मालिक” से लेकर “साहेब” तक सब भारतीय राजनीति का “गुप्त (दान)-काल” वापस लाने में जुटे पड़े हैं !
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) March 12, 2018
कुमार विश्वास के ट्वीट पर लोगों ने तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दीं। अभय चौहान ने ट्वीट किया, ‘नरेश अग्रवाल जैसों को बीजेपी में शामिल करना एक बड़ी गलती है। चाहे कोई भी बात हो मैं इसका विरोध करता हूं।’ योगेश कुमार ने लिखा, ‘दो मिनट का मौन उन बीजेपी प्रवक्ताओं के लिए, जिनको तमाम चैनलों पर जाकर आज नरेश अग्रवाल को डिफेंड करना है।’ रामअवतार मीणा ने लिखा, ‘भैया इनके लिए सत्ता महत्वपूर्ण है। चाहे पैसे से खरीदें या ताकत से। दिक्कत ये है कि इन हरकतों को वो कार्यकर्ता कैसे सहन कर लेते हैं जो अपना सबकुछ छोड़ कर सड़कों पर देशभक्ति के नारे लगाते फिरते हैं? क्या राजनीतिक दल इनके लिए देश से बड़े हैं?’ शाहरुख सिद्दिकी ने ट्वीट किया, ‘साइकिल वाले अग्रवाल जी आज वैसे ही राष्ट्रवादी हो गए हैं, जैसे कुछ दिन पहले अजगर वाले गुप्ता जी ईमानदार हो गए थे।’ छगनलाल माली ने लिखा, ‘बन के इक हादसा बाजार में आ जाएगा, जो नहीं होगा वो अखबार में आ जाएगा। चोर उचक्कों की करो कद्र, की मालूम नहीं, कौन, कब, कौन सी सरकार में आ जाएगा।’ सचिन दीक्षित ने ट्वीट किया, ‘यही राजनीति तो पार्टियों से छुड़वानी थी, लेकिन हमारे दिल्ली के मालिक साहब ने सारा रंगमंच ही बेच दिया। आज उस आंदोलन की आत्मा दुखी है।’
