दिल्ली में सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (आप) इस बार योजनाबद्ध तरीके से उत्तर प्रदेश में अपनी पकड़ बनाने की तैयारी में जुटी है। इस मुहिम को रफ्तार देने के लिए पार्टी के राज्यसभा सांसद एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह लगातार विभिन्न जिलों का दौरा कर संगठन को मजबूत करने में लगे हैं। आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत चुनावों में शिरकत करने की घोषणा कर सियासी माहौल में हलचल पैदा कर दी है।
वहीं, जानकारों का मानना है कि जिला पंचायत चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी की रणनीति तय करने का आधार बनेगा। साथ ही दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के जिले पार्टी की प्राथमिकता सूची में हैं क्योंकि सीमावर्ती जिलों के निवासियों का सीधा या परोक्ष संबंध दिल्ली से है।
राजनैतिक जानकारों का मानना है कि आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश की राजनीति में आने के दूरगामी परिणाम साबित होंगे। आप पिछले कई महीनों से उत्तर प्रदेश में कानून- व्यवस्था, बेरोजगारी, महिला उत्पीड़न से लेकर कोरोना नियंत्रण जैसे मुद्दों पर प्रदेश सरकार को घेर रही है। स्थानीय पदाधिकारी मुस्तैदी के साथ संगठन को मजबूत करने और लोगों को पार्टी से जोड़ने का क्रम चलाए हुए हैं।
हाल ही में नोएडा आए संजय सिंह ने कहा था कि आप उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में जिला पंचायत चुनाव लड़ेगी। पार्टी पदाधिकारियों के मुताबिक जिला पंचायत चुनाव के परिणाम को आप आगामी विधानसभा के रिहर्सल के रूप में देख रही है। जिला पंचायत चुनाव के परिणामों के आधार पर उत्तर प्रदेश विधानसभा में लड़ने वाली सीटों का निर्णय लिया जाएगा।
‘गुड मार्निंग’ अभियान चला रही है आम आदमी पार्टी
‘गुड मार्निंग’ अभियान के थीम पर जन संपर्क अभियान को विगत सप्ताह से आम आदमी पार्टी ने शुरू किया है। जिसके तहत पार्टी पदाधिकारी रविवार को शहर के अलग-अलग पार्कों में जाकर वहां सुबह की सैर करने पहुंचने वालों को गुलाब का फूल देकर अनुभव साझा करते हैं। वे उत्तर प्रदेश में दिल्ली जैसी सस्ती और अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य व्यवस्था, बिजली-पानी एवं यातायात व्यवस्था पर चर्चा कर उत्तर प्रदेश के संबंध में राय लेते हैं।
रविवार को आप जिलाध्यक्ष भूपेंद्र जादौन, महासचिव एवं प्रवक्ता संजीव निगम समेत अन्य पदाधिकारियों ने सेक्टर- 52 स्थित पार्क में सैर करने आए लोगों को गुलाब का फूल देकर अभिनंदन किया। पार्टी कार्यकर्ताओं के मुताबिक संपर्क में आने वाले अधिकांश लोग दिल्ली में केजरीवाल सरकार के काम को अच्छा बताते हुए उत्तर प्रदेश में ऐसी व्यवस्था शुरू करने को कहते हैं।