औद्योगिक नीति और प्रचार विभाग(डीआईपीपी) के आला अधिकारी का कहना है कि इंक्रेडिबल इंडिया का ब्रांड एंबेसेडर रहने के दौरान आमिर खान के कारण भारत की छवि को नुकसान पहुंचा। डीआईपीपी के सचिव अमिताभ कांत ने सोमवार को कहा कि, ‘ यदि भारत का ब्रांड एम्बेसेडर इंक्रेडिबल इंडिया का प्रचार करता है तो लोग घूमने आते हैं और पर्यटकों की संख्या बढ़ती है। लेकिन यदि ब्रांड एम्बेसेडर कहे कि भारत असहिष्णु है तो वह ब्रांड एम्बेसेडर के रूप में काम नहीं कर रहा। वह देश की छवि को नुकसान पहुंचा रहा है। ऐसे में लोग भारत नहीं आएंगे।’ अहमदाबाद में राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान के 36वें दीक्षांत समारोह से इतर उन्होंने यह बयान दिया।
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आमिर खान को इंक्रेडिबल इंडिया अभियान से हटाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि, ब्रांड एम्बेसेडर को ब्रांड का प्रचार करना चाहिए न कि इसे नुकसान पहुंचाना चाहिए। एक ब्रांड एम्बेसेडर भारत के प्रमोशन और मार्केटिंग के लिए बेस्ट एम्बेसेडर होना चाहिए। वह ब्रांड को बर्बाद करने वाला नहीं होना चाहिए।’ गौरतलब है कि आमिर खान ने पिछले साल देश में इंटॉलरेंस की कथित रूप से बढ़ती घटनाओं को लेकर बयान दिया था, जिससे काफी विवाद हुआ था। उन्होंने कहा था कि उनकी पत्नी ने पूछा कि क्या बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए हमें भारत से बाहर चले जाना चाहिए।
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अमिताभ कांत ने मंगलवार को ट्वीट किया कि, ‘एक ब्रांड एम्बेसेडर होने के नाते जिम्मेदारियां आती हैं। आप जिसका प्रचार कर रहे हो उसे नीचा नहीं दिखा सकते। इससे ब्रांड को नुकसान होता है।’ 2002 में इ ंक इंक्रेडिबल इंडिया कैंपेन की शुरुआत करने वाली टीम में अमिताभ कांत भी शामिल थे।
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