केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि आमिर खान उनके अच्‍छे दोस्‍त हैं, लेकिन असहिष्‍णुता पर उन्‍होंने जिस प्रकार से बयान दिया उससे न केवल वह बल्कि पूरा देश आहत है। नायडू ने एमआईटी कॉलेज में भारतीय छात्र संसद कार्यक्रम में यह बात कही। केंद्रीय मंत्री और वरष्‍ठ बीजेपी नेता ने असहिष्‍णुता पर हो रही बहस पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘आखिर असहिष्‍णुता क्‍या है? क्‍या भारी बहुमत से निर्वाचित प्रधानमंत्री को अस्‍वीकार करना असहिष्‍णुता नहीं है? क्‍या दूसरे समुदाय की भावनाओं का आदर नहीं करना असहिष्‍णुता नहीं है?’ संसद नहीं चलने देने की विपक्ष की रणनीति पर नायडू ने कहा कि संसद तीन ‘डी’ से चलती है ‘डिस्‍कस’ (बातचीत), ‘डिबेट’ (बहस) और ‘डिसाइड’ (निर्णय), लेकिन अब उसमें चौथा ‘डी’ ‘डिसरप्‍ट’ (बाधा) जुड़ गया है। ऐसा नहीं होना चाहिए।

क्‍या बोले थे आमिर खान</strong>

आमिर खान ने पिछले साल नवंबर में कहा था, ‘पिछले 6-8 महीने से ‘असुरक्षा’ और डर की भावना समाज में बढ़ी है। यहां तक कि मेरा परिवार भी ऐसा ही महसूस कर रहा है। मैं और पत्‍नी किरण ने पूरी जिंदगी भारत में जी है, लेकिन पहली बार उन्‍होंने मुझसे देश छोड़ने की बात कही। यह बहुत ही खौफनाक और बड़ी बात थी, जो उन्‍होंने मुझसे कही। उन्‍हें अपने बच्‍चे के लिए डर लगता है। उन्‍हें इस बात का भी डर है कि आने वाले समय में हमारे आसपास का माहौल कैसा होगा? वह जब अखबार खोलती हैं तो उन्‍हें डर लगता है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अशांति बढ़ रही है।’ आमिर ने आठवें रामनाथ गोयनका अवॉर्ड्स फंक्‍शन में न्‍यू मीडिया (इंडियन एक्‍सप्रेस) के पूर्णकालिक निदेशक और प्रमुख अनंत गोयनका के साथ बातचीत में यह बात कही थी।

आमिर खान ने पिछले दिनों दी थी सफाई

आमिर खान ने हाल ही में विवाद पर सफाई देते हुए कहा था कि उनकी बात को लोगों ने गलत समझ लिया। आमिर खान ने कहा, ‘मैं अपने देश से बहुत प्‍यार करता हूं और दो हफ्ते से ज्‍यादा विदेश में नहीं रह पाता। मुझे घर की याद आने लगती है।’ उन्‍होंने कहा, ‘न तो मैंने कभी यह कहा कि भारत असहिष्‍णु देश है और न ही कभी यह बात कही मैं देश छोड़ने वाला हूं।’