दिल्ली में बीजेपी को वोटिंग से पहले बड़ा बूस्ट मिला है और आम आदमी पार्टी को जोरदार झटका लगा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने वाले आठ विधायक बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं। इन विधायकों ने शुक्रवार को ही पार्टी छोड़ दी थी। इन विधायकों में मादीपुर से गिरीश सोनी, पालम से भावना गौड़, कस्तूरबा नगर से मदनलाल, त्रिलोकपुरी से रोहित महरौलिया, जनकपुरी से राजेश ऋषि, महरौली से नरेश यादव, आदर्श नगर से पवन शर्मा और बिजवासन से भूपिंदर सिंह जून शामिल हैं। इन सभी विधायकों को इस बार आम आदमी पार्टी ने टिकट नहीं दिया था।
इससे पहले भी कई नेता बीते महीनों में पार्टी छोड़ चुके हैं।
दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग होनी है और 8 फरवरी को चुनाव के नतीजे आएंगे। चुनाव में बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच जबरदस्त मुकाबला माना जा रहा है। शनिवार को केंद्र सरकार के द्वारा पेश किए गए बजट में मिडिल क्लास को बड़ी राहत दिए जाने के बाद नजदीकी चुनावी मुकाबला होने की संभावना जताई जा रही है।
साल 1998 से दिल्ली की सत्ता से बाहर बीजेपी पूरी ताकत लगा रही है कि किसी भी तरह अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को इस बार राजधानी में सरकार बनाने से रोका जाए।
कई नेताओं ने छोड़ा केजरीवाल का साथ
इससे पहले दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री रहे कैलाश गहलोत पार्टी छोड़कर चले गए थे। गहलोत बीजेपी के टिकट पर बिजवासन सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद और एक वक्त में अरविंद केजरीवाल के भरोसेमंद लोगों में शुमार स्वाति मालीवाल ने केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। दिल्ली सरकार के एक और पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम पार्टी छोड़ चुके हैं और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए प्रचार कर रहे हैं।
एक और नेता राजकुमार आनंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री रहते वक्त सरकार में मंत्री थे, वह बीजेपी के टिकट पर पटेल नगर से चुनाव लड़ रहे हैं। छतरपुर के विधायक करतार सिंह तंवर ने आम आदमी पार्टी का साथ छोड़ दिया। देखना होगा कि इन सभी नेताओं के केजरीवाल को छोड़कर जाने से क्या आम आदमी पार्टी को दिल्ली के विधानसभा चुनाव में बड़ा झटका लगेगा।
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