Aam Aadmi Party Candidate List: दिल्ली चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की एक और लिस्ट जारी कर दी है। दूसरी सूची में 20 नामों का ऐलान किया गया है। इससे पहले नवंबर में भी पार्टी ने 11 प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतार दिया था। अब बड़ी बात यह है कि अगर दोनों ही सूचियों को देखा जाए तो कुछ संकेत साफ मिल रहे हैं, एक तरफ पार्टी ने कई दलबदलुओं पर दांव चला है तो वहीं कई दिग्गजों को इस बार दूसरी सीट से चुनाव लड़वाने का फैसला किया है।
बड़े चेहरों की सीट बदल दी गईं
बात अगर आम आदमी पार्टी की दूसरी लिस्ट की करें तो इस बार पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की सीट बदल दी गई है। इस बार वे जंगपुरा से चुनाव लड़ने वाले हैं, वहीं उनकी पुरानी सीट पटपड़गंज से इस बार अवध ओझा को मौका दिया है। यह वहीं अवध ओझा है जिन्होंने हाल ही में आप का दामन थामा था। इसके ऊपर जंगपुरा सीट से इस बार वर्तमान विधायक प्रवीण देशमुख का पत्ता काट दिया गया है। डिप्टी स्पीकर राखी बिडलान की बात करें तो वे भी नई सीट मादीपुर से चुनावी किस्मत आजमाने जा रही हैं।
दूसरी लिस्ट में एक बड़ा बदलाव तिमारपुर सीट पर भी देखने को मिला है। उस सीट से आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेता दिलीप पांडेय का टिकट काट दिया गया है। इस बार तिमारपुर से सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू को उतार दिया है। बिट्टू एक जमाने में बीजेपी के बड़े नेता रहे हैं, दो तिमारपुर से ही दो बार के विधायक भी रह चुके हैं। लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी की पिच से सियासी बैटिंग करने जा रहे हैं। कई और ऐसी सीटें दूसरी सूची में सामने आई हैं जहां बड़े नेताओं को बदल दिया गया है।
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अपने नहीं दलबदलुओं पर भरोसा
इसका एक बड़ा उदाहरण देवली सीट है जहां से इस बार प्रकाश जारवाल चुनाव नहीं लड़ने जा रहे हैं, उनकी जगह प्रेम कुमार चौहान को उतार दिया गया है। इसी कड़ी में त्रिलोकपुरी से भी रोहित मोहरोलिया का पत्त कट चुका है, इस बार यहां से अंजना पारछा अपनी किस्मत आजमा रही हैं। कृष्णा नगर सीट से पिता एसके बग्गा की सियासत को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी बेटे विकास बग्गा को मिल गई है। शाहदरा की बात करें तो यहां भी आम आदमी पार्टी को रामनिवास गोयल के संन्यास के बाद एक नए चेहरे को मौका देना पड़ा है। इस बार यहां से दलबदलू नेता जितेंद्र सिंह शंटी को मौका दिया गया है।
इस बार आम आदमी पार्टी ने नरेला, बिजवासन, मुस्तफाबाद में भी अपनी रणनीति को बदला है। अगर नरेला की बात करें तो यहां से शरद चौहान का टिकट काट दिया गया है, उनकी जगह दिनेश भारद्वाज यहां से उतार दिए गए हैं। बिजवासन में बीएस जून का पत्ता कटा है और सुरेंद्र भारद्वाज को मौका मिला है। हाई प्रोफाइल सीट माने जाने वाली मुस्तफाबाद में हाजी यूनुस का टिकट भी आम आदमी पार्टी ने इस बार काट दिया है, उनकी जगह एक और मुस्लिम चेहरे आदिल अहमद खान चुनाव लड़ने जा रहे हैं। पटेल नगर सीट की बात करें तो वर्तमान विधायक राजकुमार आनंद क्योंकि बीजेपी में शामिल हो चुके हैं, ऐसे में यहां से इस बार प्रवेश रतन चुनाव लड़ने जा रहे हैं, उन्होंने हाल ही में बीजेपी छोड़ आप का दामन थामा था।
परिवारवाद की झलक भी कई सीटों पर दिखी
चांदनी चौक सीट की बात करें तो यहां पर परिवारवाद की छाप साफ दिखाई पड़ रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि आम आदी पार्टी ने वर्तमान विधायक प्रह्लाद साहनी की जगह उनके बेटे पुनरदीप सिंह साहनी को यहां से उतार दिया है। आदर्श नगर सीट पर भी बदलाव देखने को मिला है, पवन शर्मा के बदाय मुकेश गोयल यहां से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। पालम सीट पर भी महिला नेता भावना गौड का टिकट कटा है, उनकी जगह जोगिंदर सोलंकी किस्मत आजमा रहे हैं।
अब आम आदमी पार्टी की इस बार बदलाव वाली सूची काफी लंबी है। इसे एंटी इनकमबेंसी फैक्टर कहा जाए या फिर बदले समीकरण, लेकिन पार्टी ने कई और सीटों पर चेहरे बदल दिए हैं। जनकपुरी सीट से इस बार राजेश ऋषि के बजाय प्रवीण कुमार को उतार दिया गया है। मुंडका सीट से धर्मपाल लाखरा की जगह जसबीर कारला चुनावी मैदान में दिखने वाले हैं। मादीपुर सीट की बात करें तो यहां से भी गिरीश सोनी की जगह राखी बिडलान को उतार दिया गया है। अब आंकड़ों में बात करें तो इस बार आम आदमी पार्टी ने अब तक अपने 31 उम्मीदवारों में 20 नए चेहरों को मौका दिया है, यानी कि 20 सीटों पर प्रत्याशी बदल दिए गए हैं। यानी कि सिर्फ बदले तेवर नहीं, बदले चेहरों के सहारे फिर सत्ता में आने की कवायद हो रही है।
वैसे यहां भी इस समय सबसे ज्यादा चर्चा तो मनीष सिसोदिया की हो रही है, जिन्हें केजरीवाल के बाद दूसरा सबसे बड़ा नेता माना जा रहा है, उनकी सीट बदल दी गई है। लेकिन ऐसा क्यों किया गया, इसका जवाब जानने के लिए यहां क्लिक करें