जम्मू कश्मीर के पुलवामा में पिछली साल 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले की बरसी के मौके पर एक बार फिर से जवानों की शहादत की यादें ताजा हो गईं। टीवी चैनलों पर पुलवामा हमले को लेकर बहस हुई और सरकार और सेना के काम-काज को लेकर चर्चा की गई। इस हमले के साजिशकर्ताओं को लेकर अभी तक कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिली है।

सवाल ये भी हो रहे हैं कि आखिर इतनी भारी मात्रा में आरडीएक्स पहुंचा कैसे? इन सभी मुद्दों को लेकर टीवी चैनलों पर भी बहस हुई। इस दौरान रिटायर्ड मेजर जनरल जीडी बख्शी एक सवाल पर भड़क गए और उन्होंने पैनलिस्ट पर झल्लाते हुए कहा कि आप एनआईए को सिखाएंगे कि क्या कार्रवाई करनी चाहिए?

दरअसल, पैनलिस्ट चेतन सिंह कह रहे थे कि हमले के बारे में जांच नहीं हुई और दोषियों को सजा क्यों नहीं मिली? उनके इस सवाल के जवाब में जीडी बख्शी ने कहा, ‘देखिए सशस्त्र सेनाओं में, अर्धसैनिक बलों में जांच की जाती है जिससे जवाबदेही तय की जा सके और जवाब मांगा जा सके और अब सवाल है कि साहब 40 जवान मर गए अभी तक कोई सजा क्यों नहीं हुई। एक तो मरे ऊपर से आप सजा के लिए चीख चिल्ला रहे हैं कि सजा क्यों नहीं मिली आरडीएक्स कहां से आया ? आप समझते हैं वो मरना चाहते हैं। जांच होनी चाहिए कि चूक कहां हुई… NIA वो कर रही है। आप NIA को सिखाएंगे कि काम कैसे करना है? NIA को अपना काम करने दीजिए।’

इस पर चेतन सिंह ने कहा कि एक साल हो गया बख्शी साहब अब तो पता चलना चाहिए।मेजर बख्शी ने जवाब में कहा, यह समाधान नहीं है इस सबका समाधान है पलटवार और अच्छी तरह से पलटवार किया गया।