AADHAAR CARD: आधार कार्ड को अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक और ट्विटर से लिंक करने की तैयारी की जा रही है। मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी (MeitY) ने इसपर भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) से राय मांगी है। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले महीने इस मामले पर केंद्र सरकार से राय मांगी थी। मिनिस्ट्री के एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी है। अधिकारी के मुताबिक आधार को सोशल मीडिया से लिंक करवाने की राह उतनी आसान नहीं है। इसके साथ ही इससे ज्यादा फायदा नहीं मिलेगा।

इकनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक अधिकारी ने कहा है कि ‘यूआईडीएआई से सोशल मीडिया अकाउंट की आधार लिंकिंग पर राय मांगी है। अभी तक मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्टॉनिक्स एंड आईटी की तरफ से इस मामले पर अंतिम राय नहीं रखी गई है। सोशल मीडिया अकाउंट से आधार लिंकिंग थोड़ी मुश्किल है क्योंकि आधार का इस्तेमाल सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और सब्सिडी से जुड़ी योजनाओं के लिए हो रहा है।’ अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर आगे बताया ‘भारत के समेतिक कोष कानून के चलते आधार लिंकिंग की कुछ सीमाएं हैं। और इस सीमा से बाहर जाकर लिंकिंग नहीं की जा सकती।’

अधिकारी के मुताबिक अगर किसी तरह आधार को सोशल मीडिया से लिंक कराने की मंजूरी मिल भी जाती है तो इसका कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने कहा ‘अपराध की स्थिति में सरकार आधार से जुड़े मोबाइल नंबर और अन्य डिटेल्स को खंगालना चाहेगी जो कि आधार एक्ट के तहत गैर-कानूनी है।’

मालूम हो कि पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट फेसबुक की उस याचिका पर सुनवाई पर राजी हुआ है, जिसमें यूजर्स के सोशल मीडिया अकाउंट को आधार नंबर से जोड़ने की मांग करने वाले केस को मद्रास, बंबई और मध्य प्रदेश के हाई कोर्ट्स से सुप्रीम कोर्ट ट्रांसफर करने की मांग की गई है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र, गूगल, ट्विटर, यूट्यूब को नोटिस भेज कर 13 सितंबर तक इस मामले पर जवाब देने को कहा है।