जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पीडा (Peeda) को चंदरकोट (Chanderkote) से जोड़ने वाली कुनफेल सुरंग (Kunfel tunnel) का काम पूरा होने वाला है। अगले सप्ताह के अंत तक जुड़वां ट्यूबों (एक आने वाले और एक जाने वाली टनल) में से एक को यातायात के लिए खोल दिए जाने की संभावना है। यह 924 मीटर की सुरंग रामबन जिले में लगभग तीन किलोमीटर के भूस्खलन और दुर्घटना-संभावित क्षेत्र को बायपास करेगी। इसका काम भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा अनुबंध देने से संबंधित कुछ मुद्दों के कारण एक साल की देरी के बाद 2018 में शुरू हुआ था।

सुरंग बनाने का ठेका गैमन इंडिया लिमिटेड को दिया गया है। यह सुरंग 270 किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के चल रहे चार-लेन का हिस्सा है जोकि कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाली एकमात्र बारहमासी सड़क है।

रामबन के उपायुक्त मुसर्रत इस्लाम ने कहा, ‘कुन्फर सुरंग का पहला ट्यूब लगभग पूरा हो चुका है और हम उम्मीद कर रहे हैं कि अगले आठ दिनों में इसे यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। मुसर्रत इस्लाम ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से खराब मौसम ने तेजी से चल रहे काम में बाधा डाली है। 16 मार्च को NHAI ने राजमार्ग पर 880 मीटर लंबी T-5 सुरंग को जनता को समर्पित किया था । सुरंग रामबन जिले में पंथ्या के सबसे कमजोर हिस्से को बायपास करती है। फोर लेन परियोजना पर काम 2011 में शुरू हुआ और इसमें कई छोटी और बड़ी सुरंगें, पुल और फ्लाईओवर शामिल हैं।

पिछले एक दशक में कई डेडलाइन कंप्लीट होने के बाद इस परियोजना के अगले साल तक पूरा होने की संभावना है। गैमन इंडिया लिमिटेड के उप महाप्रबंधक सलीम खान ने कहा, “कुन्फर सुरंग का पहला ट्यूब (टी1) लगभग तैयार है और चालू होने में अधिकतम 10 दिन लगेंगे। केवल कुछ सड़क निर्माण बाकी है।

कुन्फर सुरंग की दूसरी ट्यूब (टी2) के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह दो महीने के भीतर तैयार हो जाएगी। उन्होने कहा कि काम चौबीसों घंटे चल रहा है और इसे जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा। जहां पहली ट्यूब लगभग तैयार है, वहीं टी2 टनल लाइनिंग से गुजर रहा है और 45 मीटर की खुदाई का काम पूरा होना बाकी है। रामबन के उपायुक्त इस्लाम ने कहा कि राजमार्ग का 66 किलोमीटर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा नाशरी और बनिहाल सुरंगों के बीच जिले से होकर गुजरता है।