कलकत्ता हाईकोर्ट की जस्टिस अमृता सिन्हा बेहद गुस्से में थीं। वजह ये थी कि उन्हें पता चला कि हाईकोर्ट में एक गैंग काम कर रहा है। ये लोग उन रिटायर्ड मुलाजिमों की तरफ से केस दायर कर रहे हैं जिनका एरियर सरकारी खजाने में अटका है। ये लोग मुलाजिमों से बैंक चेक भी साइन करवा रहे थे। हालांकि जस्टिस पहले उस एडवोकेट के खिलाफ कार्रवाई करने के मूड़ में थीं जो मुलाजिम का केस लेकर उनके पास आया था। लेकिन बाद में उन्होंने अपना मन बदला और वकील को वार्निंग देकर छोड़ दिया। पुलिस अधीक्षक को आदेश दिया गया कि वो मामले की पड़ताल करें।

जस्टिस अमृता सिन्हा ने अपने आदेश में कहा कि एडवोकेट ऑन रिकार्ड को चेतावनी दी जा रही है कि भविष्य में ऐसी हरकत फिर से न हो। वकील को यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि जो केस वो कोर्ट में लेकर आ रहा है वो दायर करने लायक है। जस्टिस ने महिला वकील को चेतावनी देते हुए कहा कि इस बार तो कोर्ट उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले रही है। लेकिन भविष्य में फिर से ऐसा हुआ तो एडवोकेट दिक्कत में आ जाएंगी।

केस फाइल लेकर कोर्ट में पहुंचीं एडवोकेट, उनको पता ही नहीं था कि याचिकाकर्ता कौन है

दरअसल, जो केस एडवोकेट ने कोर्ट में दायर किया था उसके बारे में उन्हें ही ज्यादा कुछ नहीं पता था। एक तरफ याचिकाकर्ता कह रहा था कि उससे केस दायर करवाने के लिए बैंक से जुड़े कुछ दस्तावेजों पर दस्तखत कराए गए थे। इससे पहले 21 जून को जारी आदेश में हाईकोर्ट ने कहा था कि वकील को ये पता ही नहीं था कि रिटायर्ड मुलाजिम से केस दायर करने की एवज में पैसे मांगे जा रहे हैं। कोर्ट ने अपने तब के आदेश में ये भी लिखा था कि वकील को ये पता ही नहीं था कि याचिकाकर्ता कौन है। उनका कहना था कि केस से जुड़े दस्तावेज उनको कोर्ट क्लर्क के एजेंट से मिले।

हाईकोर्ट ने कहा- रिटायर्ड मुलाजिमों का डाटा लीक होने का अंदेशा, पुलिस जांच करे

आज की सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता खुद कोर्ट में मौजूद था। उसका कहना था कि वो केस में आगे कोई कार्यवाही नहीं करना चाहता। कोर्ट ने कहा कि एक ही मामले में कई सारी याचिकाएं दाखिल की गई हैं। मुलाजिम का एरियर नहीं मिला था। जो रिट दायर की गई थीं उनमें एरियर पर ब्याज की मांग की गई थी। कोर्ट ने हुगली के पुलिस अधीक्षक को आदेश दिया कि वो इस मामले की जांच करें कि कोई गैंग कैसे रिटायर्ड मुलाजिमों के एरियर को लेकर ताबड़तोड़ रिट दायर कर रहा है। कोर्ट ने ये भी कहा कि सेवानिवृत मुलाजिमों का डाटा गैंग को लीक हुआ है। इसकी भी जांच हो।