आम आदमी पार्टी ने पंजाब के गवर्नर और चंडीगढ़ के LG (प्रशासक) को चिट्ठी लिख अपने लिए जमीन की मांग की है। पार्टी का कहना है कि अगर जमीन मिल जाए तो वो यहां अपना दफ्तर बनाएंगे। हालांकि चिट्ठी का गवर्नर हाउस से कोई जवाब नहीं मिला तो पंजाब के सीएम भगवंत मान खासे नाराज भी होते दिखे। चिट्ठी उनकी ही तरफ से लिखी गई थी। उनका कहना है कि गवर्नर पक्षपात पूर्ण रवैया अपना रहे हैं।

भगवंत मान का कहना है कि शिरोमणि अकाली दल एक क्षेत्रीय पार्टी है। लेकिन फिर भी उसको चंडीगढ़ के सेक्टर 28 में तीन एकड़ जमीन दी गई है। कांग्रेस के पास सेक्टर 15 में 1 एकड़ से ज्यादा जमीन है। जबकि बीजेपी के पास सेक्टर 33 और सेक्टर 37 में दो प्लाट हैं। उनका कहना है कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा के चुनाव में 117 में से 92, चंडीगढ़ नगर निगम के चुनाव में 35 में से 14 सीटों पर जीत हासिल की थी। पार्टी का पंजाब के साथ चंडीगढ़ में जोरदार प्रभाव है।

मान बोले- आप राष्ट्रीय पार्टी, पंजाब के सभी सात राज्यसभा सदस्य उनकी पार्टी से

मान ने कहा कि आप एक राष्ट्रीय दल है। पंजाब में उसके पास विशाल बहुमत है।राज्य के सभी सात राज्य सभा सदस्य आप के हैं। आम आदमी पार्टी पंजाब और चंडीगढ़ में सबसे लोकप्रिय दल है।

उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन की निष्क्रियता और चुप्पी का मतलब है कि वह पक्षपात कर रहा है। इसके पीछे कुछ न कुछ रहस्यमय है। मान ने अपने पत्र में राज्यपाल से चंडीगढ़ में आप कार्यालय के निर्माण के लिए उपयुक्त भूखंड आवंटित करने का अनुरोध किया। उन्होंने राज्यपाल से यथाशीघ्र आवश्यक कदम उठाने और कार्रवाई करने का आग्रह किया।

गौरतलब है कि अन्य गैर बीजेपी शासित सूबों की तरह से पंजाब में भी गवर्नर और सरकार के बीच रस्साकसी चल रही है। गवर्नर कई मौकों पर ऐसे फैसले ले चुके हैं जिनकी वजह से सरकार को भंवर में फंसना पड़ गया। विधानसभा का सत्र दोनों के बीच तकरार की खासी वजह बना था।