देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों को लेकर केंद्र और राज्य सरकारें एक्टिव मोड में आ गई हैं। अस्पतालों की चिकित्सा व्यवस्था को दुरुस्त करने की तैयारी शुरू कर दी गई है और इस समय देशभर के 36,592 अस्पतालों में मरीजों के इलाज के लिए 90 फीसदी आइसोलेशन, ऑक्सीजन और आईसीयू बेड उपलब्ध हैं।
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने 2 दिन की मॉक ड्रिल के बाद यह आंकड़ा पेश किया है। डेटा के मुताबिक, 2.18 लाख आइसोलेशन, 3.04 लाख ऑक्सीजन और 54,040 आईसीयू बेड वेंटीलेटर के साथ उपलब्ध हैं। देश में कोरोना के मामलों फिर से तेजी आई है। बुधवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से पेश किए गए आंकड़ों के मुताबिक, एक दिन में 7 हजार से भी ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। ऐसे में सरकार कोरोना वायरस संक्रमण के मरीजों के लिए तैयारियों में जुट गई है और चिकित्सा सुविधाओं को दुरुस्त किया जा रहा है ताकि समय पर स्थिति को काबू किया जा सके। सरकार की तरफ से साझा किए गए डेटा से यह भी पता चलता है कि चिकित्सा केंद्रों में उपलब्ध 11,344 प्रेशर स्विंग एडजॉर्ब्शन ऑक्सीजन संयंत्रों में से 86.6% काम कर रहे हैं। 6.85 लाख ऑक्सीजन सिलेंडर और 2.61 लाख ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर हैं जो सभी सुविधाओं में काम कर रहे हैं।
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या में हर दिन इजाफा हो रहा है। बीते 24 घंटे में कोरोना के 10,158 मामले दर्ज किए गए हैं और साथ ही मरीजों की संख्या का आंकड़ा 45 हजार के करीब पहुंच गया है। इससे एक दिन पहले साढ़े सात हजार से ऊपर मामले दर्ज किए गए थे और इस दौरान कोरोना से 11 मौत के मामले सामने आए थे।
फरवरी के मध्य तक एक सप्ताह में 1,000 से कम मामले दर्ज किए जा रहे थे। इसके बाद मार्च के मध्य तक एक हफ्ते में 3,000 से अधिक मामले पहुंच गए। एक नए सब-वेरिएंट XBB.1.16 के प्रसार के साथ कोरोना के मामलों की संख्या में इजाफा देखा गया है। सरकार की ओर से पिछले सप्ताह साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, XBB.1.16 भारत में अन्य प्रमुख वेरिएंट को विस्थापित कर रहा है।
