उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद के हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर आज भारतीय वायुसेना दिवस मनाया जा रहा है। 88वे स्थापना दिवस के मौके पर वायुसेना ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। इस मौके पर चिनूक हेलिकॉप्टर, अपाचे हेलिकॉप्टर, ग्लोबमास्टर, सुखोई समेत कई लड़ाकू विमानों ने अपना दम दिखाया।

वायुसेना दिवस पर सबसे खास राफेल था। यह पहली बार था जब राफेल को कार्यक्रम में शामिल किया गया। गाजियाबाद के आसमान में राफेल ने अपना दम दिखाया। राफेल के अलावा सुखोई-30 एमकेआई विमान और तेजस विमान ने भी उड़ान भरी। राफेल के साथ थ्री फॉर्मेशन में जगुआर लड़ाकू विमान भी दिखाई दिए, जिन्होंने आसमान में उड़ान भरी। राफेल के बाद देशी विमान तेजस ने भी आसमान में करतब दिखाया।

वायुसेना दिवस पर हिंडन एयरबेस पर खास परेड देखने को मिली। इस मौके पर सेना की तीनों टुकड़ियों के प्रमुख के अलावा कई वरिष्ठ ऑफिसर भी परेड स्थल पर पहुंचे।चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत भी कार्यक्रम में मौजूद थे। सीडीएस के अलावा भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने यहां सबसे पहले गार्ड ऑफ ऑनर का अभिवादन किया। ग्रुप कैप्टन सागर की अगुवाई में परेड की शुरुआत हुई।

भदौरिया ने युद्ध सेवा मेडल, वायु सेना मेडल, विशिष्ट सेवा मंडल और यूनिट प्रशंसा पत्र प्रदान किए। इस दौरान भदौरिया ने कहा “यह वर्ष वास्तव में अभूतपूर्व रहा, दुनिया भर में COVID-19 तेज़ी से फैला। इस पर हमारे देश की प्रतिक्रिया दृढ़ थी। हमारे योद्धाओं की दृढ़ता और संकल्प ने सुनिश्चित किया कि भारतीय वायुसेना इस दौरान अपने फुल स्केल ऑपरेशन की क्षमता को बनाए रखे।”

भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ने आगे कहा कि मैं राष्ट्र को आश्वस्त करना चाहता हूं कि भारतीय वायु सेना हमारे देश की संप्रभुता और हितों की रक्षा के लिए सभी परिस्थितियों में हमेशा तैयार रहेगी। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायुसेना के सभी वीर योद्धाओं को बधाई दी। पीएम ने कहा “एयर फोर्स डे पर भारतीय वायुसेना के सभी वीर योद्धाओं को बहुत-बहुत बधाई। आप न सिर्फ देश के आसमान को सुरक्षित रखते हैं, बल्कि आपदा के समय मानवता की सेवा में भी अग्रणी भूमिका निभाते हैं। मां भारती की रक्षा के लिए आपका साहस, शौर्य और समर्पण हर किसी को प्रेरित करने वाला है।”

वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर वायुसेना दिवस की शुभकामनाएं दीं राजनाथ सिंह ने कहा, “हम आधुनिकीकरण और स्वदेशीकरण के जरिए भारतीय वायुसेना की युद्ध क्षमता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मुझे विश्वास है कि चाहे कुछ भी हो भारतीय वायुसेना हमेशा राष्ट्र के आसमान की रक्षा करेगी।”