नए साल पर बिहार के शिक्षकों के लिए खुशखबरी आई है। अगले साल से बिहार के शिक्षकों का वेतन करीब 15 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा। यह लाभ बिहार के करीब 3.57 लाख शिक्षकों और पुस्तकालय अध्यक्षों को मिलेगा। अगले साल के फ़रवरी महीने से शिक्षकों को बढ़ा हुआ वेतन मिलेगा।

दरअसल इसी साल अप्रैल के महीने में शिक्षकों की वेतन वृद्धि का रास्ता साफ़ हो गया था। सितंबर से ही शिक्षकों को बढ़ा हुआ वेतन मिलना था। लेकिन वित्त विभाग में फाइल काफी लंबे समय तक लंबित रहने के कारण इसकी मंजूरी नहीं मिल पाई थी। बाद में वित्त विभाग ने शिक्षा विभाग के इस प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। वेतन वृद्धि के फैसले के बाद राज्य के शिक्षकों को बढ़ा हुआ वेतन इसी साल के अप्रैल महीने से ही मिलेगा लेकिन पिछले करीब 9-10 महीने का बकाया भुगतान बाद में किया जाएगा।

वेतन में करीब 15 प्रतिशत तक बढ़ोतरी किए जाने के बाद राज्य के प्रारंभिक और माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों के वेतन में करीब 3-4 हजार रुपए की वृद्धि होगी। शिक्षा विभाग ने वेतन वृद्धि को लेकर राज्य के सभी शिक्षा पदाधिकारी और कार्यक्रम पदाधिकारी को जल्दी से जल्दी आंकड़ा उपलब्ध करवाने के लिए कहा है। ताकि समय पर शिक्षकों के खाते में बढ़ा हुआ वेतन भेजा जा सके। 

बता दें कि शिक्षा विभाग राज्य के साढ़े तीन लाख से अधिक शिक्षकों व पुस्तकालय अध्यक्षों के वेतन निर्धारण के एनआईसी की मदद से ऑनलाइन कैलकुलेटर तैयार कर रहा है।15 फीसदी वेतन वृद्धि के पहले शिक्षकों का अपने-अपने पे मैट्रिक्स में वेतन निर्धारण कराना अनिवार्य है। 12 नवंबर 2021 को शिक्षा विभाग के द्वारा पे- मैट्रिक्‍स जारी किया गया और इसी के तहत वेतन का निर्धारण होगा।

1 लाख शिक्षकों की भर्ती करेगी बिहार सरकार

बिहार सरकार जल्दी ही 1 लाख से ज्यादा शिक्षकों की भर्ती करने जा रही है। इसका नोटिफिकेशन अगले साल के जनवरी महीने तक हो सकता है। पिछले दिनों बिहार विधानसभा में राज्य के शिक्षा मंत्री ने कहा था कि सरकार जल्दी ही 1 लाख से ज्यादा स्कूली शिक्षकों की भर्ती करेगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि राज्य में पहले ही लगभग 40 हजार शिक्षकों की नियुक्ति हो चुकी है।