कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के बाहरी इलाके से पुलिस ने गुरुवार को एक 68 वर्षीय पुजारी को 10 वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया है। ये वारदात पुजारी ने अपनी बेटी के घर पर अंजाम दी, जहां कुछ दिन रहने के लिए वो आया था। बेंगलुरु पुलिस के अनुसार, आरोपी की पहचान चिक्कबल्लापुरा निवासी वेंकटरमनप्पा के रूप में हुई है, जो अपने दामाद की अनुपस्थिति में मंदिर की देखरेख कर रहा था।
वेंकटरमनप्पा की बेटी बेंगलुरु के एक ग्रामीण इलाके में अपने पति के साथ रहती है। उसका पति भी मंदिर में पुजारी है। 24 नवंबर के दिन आरोपी का दामाद किसी काम से बाहर गया, तो मंदिर की देखरेख वैंकटरमनअप्पा करने लगा। डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (DCP) सी.के. बाबू ने बताया कि मंगलवार शाम को वेंकटरमनप्पा ने लड़की को मंदिर के बाहर खेलते देखा और मिठाई देने का वादा कर उसे फुसला कर मंदिर परिसर के भीतर स्थित अपनी बेटी के घर पर ले गया। पुजारी ने उसके बाद नाबालिग के साथ बलात्कार किया।
पीड़ित बच्ची पड़ोस की ही रहने वाली थी। देर शाम जब वो घर वापस नहीं आई, तो उसके परिवार वालों ने खोजना शुरू किया। सी के बाबा ने कहा, “मंदिर के आसपास अपनी बेटी के बारे में पूछने के बाद, मंदिर के सामने फूल बेचने वाले एक विक्रेता ने माँ को बताया कि उसने लड़की को पुजारी के घर जाते हुए देखा है।”
पड़ोसियों के साथ बच्ची की मां पुजारी के घर गई और लड़की को बाहर रोते हुए पाया। बच्ची ने अपने साथ हुई घटना अपने परिवार को बताई। इसके बाद इलाके में भीड़ इकट्ठा हो गई और तुरंत पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज, मेडिकल रिपोर्ट और फूल विक्रेता के बयान के आधार पर वेंकटरामनप्पा को बुधवार को गिरफ्तार किया गया और उन पर यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण के विभिन्न धाराओं और भारतीय दंड संहिता की धारा 376 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने अपना गुनाह भी कुबूल कर लिया है।