महज एक हफ्ते पहले ही कोचीन हार्बर टर्मिनस और एर्णाकुलम जंक्शन के बीच भारत की सबसे छोटी दूरी की यात्री ट्रेन शुरू की गई थी। लेकिन अब इसे बंद करने का फैसला किया गया है। इसके पीछे बड़ा कारण तुलनात्मक रूप से इस रूट पर कम कमाई और यात्रियों की संख्या होना बताया जा रहा है। इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, रेलवे ने इस रूट पर डेमू (डीजल इलेक्ट्रिकल मल्टीपल युनिट) चलाने का फैसला किया था। लेकिन यात्रियों की सीमित संख्या और रुचि न लेने के कारण इसे बंद करने का फैसला किया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, इस ट्रेन में मुट्ठी भर यात्री ही यात्रा कर रहे थे। जबकि ट्रेन में कुल 300 यात्रियों के बैठने की क्षमता थी।
द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए तिरुवनंतपुरम के डीआरएम एसके सिन्हा ने कहा,” ये सीएचटी और एर्णाकुलम जंक्शन के बीच ट्रायल रन था। हम इस सेवा की समीक्षा कर रहे थे और हम वास्तव में सेवा को रद करने की योजना बना रहे हैं। अगर कोई इस ट्रेन में बैठने वाला ही नहीं है तो इसे चलाने का फायदा क्या हैै? इस ट्रेन की दिन में 15 से भी कम टिकटें बिक रहीं थीं।”
The Cochin Harbour Terminus-Ernakulam Jn DEMU departing for its evening service from the British-era CHT station on Willingdon Island @IndianExpress pic.twitter.com/o63QpzX4UM
— Vishnu Varma (@VishKVarma) October 2, 2018
डेमू ट्रेन को अगस्त के पहले हफ्ते में कोचीन लाया गया था और इसे सीएचटी से एर्णाकुलम के बीच 9 किमी की दूरी के लिए चलाया जा रहा था। तीन कोच वाली ये ट्रेन 9 किमी की दूरी को तय करने में 40 मिनट का वक्त ले रही थी। इस ट्रेन को भविष्य में पेरुमनूर और मट्टनचेरी में भी हॉल्ट देने की योजना थी। इस ट्रेन का संचालन तीन दिन के अंतराल में किया जाता था।
जबकि रेलवे के अधिकारी इस ट्रेन को बंद करने की योजना बना रहे हैं। ऐसी मांग भी उठने लगी है कि इस ट्रेन की दूरी बढ़ाकर त्रिशूर और शोरनुर तक की जाए, जहां इस ट्रेन की कहीं ज्यादा मांग है। बहुत से लोगों का यकीन है कि जरूरत के मुताबिक हॉल्ट न होने के कारण ही यात्रियों ने ट्रायल रन के दौरान ही इस ट्रेन में रुचि नहीं ली।
