संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में महिला सुरक्षा और अपराध से संबंधित मुद्दों को लेकर सांसदों द्वारा गृह मंत्रालय से सिर्फ दो सवाल पूछे गए हैं। बता दें कि राज्य में अपराध और आतंरिक मामले गृह मंत्रालय के तहत आते हैं। राज्य सभा और लोकसभा की वेबसाइट पर उल्लेखित आंकड़ों और एनएनआई के आंकलन के मुताबिक केवल एक सवाल राज्यसभा में और एक सवाल लोकसभा में इस संबंध में पूछे गए हैं। पिछले सत्र में सांसदों द्वारा 17 सवाल पूछे गए थे जिनमें से लोकसभा में 9 सवाल महिला के खिलाफ अपराध, छेड़छाड़, महिलाओं की तस्करी को लेकर था।
इस सत्र में 19 नवंबर को, भर्तृहरि महताब और राहुल रमेश शेवाले ने लोकसभा में सवाल पूछा – ‘क्या पिछले तीन वर्षों और मौजूदा वर्ष के दौरान महिलाओं और नाबालिग लड़कियों के खिलाफ अपराध बढ़े हैं।’ वहीं, राज्यसभा में कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने 27 नवंबर को संसद में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध को लेकर सवाल उठाया। संविधान दिवस मनाने के लिए एक दिन प्रशनकाल का समय टाल दिया गया था।
इस सत्र के दौरान, सांसदों ने अर्धसैनिक बलों में महिलाओं की उपस्थिति, सेना में महिलाओं की संख्या, अपराध में सामान्य वृद्धि पर सवाल पूछे हैं। इस बीच, उम्मीद है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित और अधिक सवाल मंगलवार और बुधवार को दोनों सदनों में पूछे जाएंगे।
राजनाथ सिंह ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि पिछले हफ्ते रंगा रेड्डी में एक पशु चिकित्सक के साथ बलात्कार और हत्या की घटना से बड़ा अमानवीय कृत्य नहीं हो सकता है। सरकार महिलाओं के खिलाफ क्रूरता को लेकर अधिक कठोर कानून लाने के लिए तैयार है। संसद में शून्यकाल के दौरान सिंह ने कहा कि इस घटना से पूरा देश आहत हुआ है और इस पर शर्म महसूस की गई है।