पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में नीलम घाटी और तीन अन्य जगहों पर मौजूद आतंकी लॉन्च पैड पर सैन्य हमले के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियों में मौजूद अधिकारी ने इस हमले के प्रभाव का आकलन किया। इसमें पता चला है कि 19 और 20 अक्टूबर को भारतीय सेना के हमले में 16 पाकिस्तानी सैनिकों के साथ कम से कम से 18 आतंकी भी मारे गए। एक अंग्रेजी अखबार ने नाम ना छापने की शर्त पर एक सैन्य अधिकारी के हवाले से यह जानकारी दी है। हालांकि भारतीय सेना ने मृतकों की संख्या की पुष्टि नहीं की है। पता चला है कि सेना ने जाकिर मूसा गिरोह का पूरी तरह से खात्मा कर दिया है। मूसा के संगठन के आखिरी सरगना अब्दुल हमीद ललहारी भी मारा गया है। मूसा अंसार गजवात उल हिंदी आतंकी संगठन का मुखिया था। उसकी मौत के बाद अब्दुल हमीद ने संगठन की कमान संभाली थी।
हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक अधिकारियों ने आगे कहा कि जैश-ए-मोहम्मद और अन्य जिहादियों के लॉन्च पैड पर भारतीय सेना द्वारा पिन-पॉइंट आर्टिलरी फायरिंग में सभी कैंपों को नष्ट कर दिया गया। नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी गोलीबारी के जवाब में यह कार्रवाई की गई है।
अधिकारियों ने आगे बताया कि रविवार को सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पीओके में भारतीय कार्रवाई के बारे में दो बार अवगत कराया। हमले में कामयाब होने पर रक्षामंत्री को एक पत्र के जरिए बधाई पत्र भी भेजा गया। बोफोर्स तोपों से पाकिस्तानी आतंकियों के खिलाफ की गई फायरिंग पर राजनाथ सिंह ने सार्वजनिक रूप से कहा कि किसी भी आतंकी लॉन्च बैड को छोड़ा नहीं जाना चाहिए। हालांकि उन्होंने भी यह भी कहा कि इस दौरान यह भी ध्यान रखा जाए कि निर्दोष लोगों इसका निशाना ना बनें।
रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने भी नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि पाकिस्तानी सेना के गोला-बारूद और राशन डिपो को 155 एमएम गन से नष्ट कर दिया गया था, जिसमें सटीक लंबी दूरी के गोला-बारूद का इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने आगे कहा कि नीलम घाटी में चार लॉन्च पैड नष्ट किए गए थे, वहीं जुरा, अथामुक्कम और कुंडलशाही में भी लॉन्च पैड 20 अक्टूबर की रात को हुई कार्रवाई में नष्ट हो गए। पाकिस्तानी सेना द्वारा शनिवार रात को दो भारतीय सैनिकों और एक नागरिक की हत्या करने के जवाब में भारतीय सेना यह कार्रवाई की।
सुरक्षा एजेंसी में एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘पीओके में एलओसी के पास लॉन्च पैड्स पर हमला कर हमने एक संदेश भेजा है कि अगर जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की कोशिश की जाती है तो जवाबी कार्रवाई की जाएगी।’
