छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड के दौरे के बीच यहां के सुकमा जिले में नक्सलियों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के दो अधिकारियों समेत 13 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी। इस हमले में 14 अन्य पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। मुठभेड़ में आठ नक्सलियों के मारे जाने की भी आशंका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले की निंदा करते हुए इसे राष्ट्र विरोधी तत्वों द्वारा किया गया नृशंस और अमानवीय हरकत बताया है। वहीं केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह हमला देश और देश के शांतिप्रिय लोगों के लिए चुनौती है। गृहमंत्री आज घटनास्थल का दौरा कर सकते हैं।
राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने सोमवार को यहां बताया कि सुकमा जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र में दोरनापाल और चिंतलनार गांव के मध्य नक्सलियों ने सीआरपीएफ के गश्ती दल पर घात लगाकर हमला किया। इसमें सीआरपीएफ के एक असिस्टेंट कमांडेंट राजेश कपूरिया और एक डिप्टी कमांडेंट बीएस वर्मा समेत 13 जवान शहीद हो गए। इस घटना में 14 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इनमें से छह की हालत गंभीर है। अधिकारियों ने बताया कि चिंतागुफा थाना क्षेत्र से 29 नवंबर को सीआरपीएफ के 223 वीं बटालियन और 206 कोबरा बटालियन के अधिकारियों और जवानों को नक्सल विरोधी आभियान में रवाना किया गया था। सोमवार को वापसी के दौरान नक्सलियों ने कासलपाड़ा गांव के जंगल में पुलिस दल पर घात लगाकर हमला कर दिया। पुलिस जवानों ने भी नक्सलियों पर जवाबी कार्रवाई की।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्र के लिए पुलिस दल रवाना किया गया। मृत जवानों के शवों और घायल जवानों को बाहर निकालने की कार्रवाई की गई। राज्य के नक्सल मामलों के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आरके विज ने बताया कि जवानों के शवों और घायलों को चिंतागुफा से रायपुर लाया जाएगा। जवानों के शवों और घायल जवानों को चिंतागुफा थाना लाया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में आठ नक्सलियों के मारे जाने की आशंका है। मुठभेड़ के दौरान जवानों ने नक्सलियों के मरने की पुष्टि की है। हालांकि किसी नक्सली का शव अभी बरामद नहीं हुआ है।
राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने नक्सली हमले की निंदा करते हुए इसे कायरना बताया है। सिंह ने कहा कि नक्सलियों में इतना साहस नहीं है कि वे हमारे सुरक्षा बलों से आमने-सामने मुकाबला कर सकें। उन्होंने कहा कि हमारे अधिकारियों और जवानों ने कर्तव्यों का पालन करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है। उनकी शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी।
राज्य के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने इसे सरकार और खुफिया तंत्र की विफलता बताया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने पूछा कि पिछले कुछ महिनों से लगातार सरकार नक्सलियों के आत्मसमर्पण के बड़े-बड़े दावे कर रही थी। नक्सलवाद के कमजोर होने की बात भी सरकार कर रही थी फिर अचानक इतना बड़ा हादसा कैसे हो गया।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड के सदस्य इन दिनों छत्तीसगढ़ के दौरे पर हैं। वो नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में इस समस्या से पैदा हुई स्थितियों का जायजा ले रहे हैं। बोर्ड के सदस्यों ने राज्यपाल बलरामजी दास टंडन और मुख्यमंत्री रमन सिंह से मुलाकात कर प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नक्सली हमले की निंदा करते हुए कहा कि राष्ट्र विरोधी तत्वों द्वारा किए गए नृशंस और अमानवीय हमले की निंदा करने के लिए शब्द ही नहीं हैं। उन्होंने कहा,‘मैं सीआरपीएफ के बहादुर जवानों को सलाम करता हूं जो आज शहीद हो गए। हमारी संवेदना उनके परिजनों के साथ है जिन्होंने अपनी जान गंवाई है।’
वहीं हमले की कड़ी निंदा करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि नक्सली बौखला गए हैं। घटना की खबर आने के बाद उन्होंने लखनऊ में संवाददाताओं से कहा कि यह हमला सरकार के लिए ही नहीं बल्कि देश और देश के शांतिप्रिय लोगों के लिए चुनौती है। इसका एकजुट होकर मुकाबला करना होगा। उन्होंने कहा कि उन्हें घटनास्थल के लिए शाम को ही निकल जाना था।
लेकिन हवाई यात्रा की तकनीकी दिक्कतों के कारण वह मंगलवार सुबह घटनास्थल के लिए रवाना होंगे। उन्होंने कहा,‘इस घटना से व्यक्तिगत रूप से मैं बहुत आहत हूं। नक्सलियों ने कायराना हरकत की है। सरकार किसी भी कीमत पर हिंसा की इजाजत नहीं देगी।’ गृहमंत्री ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह से बात कर उनसे स्थिति पर नजर रखने को कहा है। जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए राजनाथ सिंह ने शहीदों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई। उन्होंने कहा कि सरकार शहीदों के परिजनों का पूरा ख्याल रखेगी।