रांची से शुक्रवार शाम नई दिल्ली के लिए चली गरीब रथ ट्रेन के जी 6 कोच में शनिवार सुबह उस वक्त हंगामा मच गया, जब एक बंद रेलबक्से से रोने की आवाज आई। जब रेलबक्सा खोला गया, तो उसमें से 12 साल की एक बच्ची निकली। बच्ची को उत्तर प्रदेश के इटावा रेलवे स्टेशन पर उतार लिया गया है।
आरोपी कोच सहायक अमित से पूछताछ की जा रही है। इस मामले में तीन शख्स को आरोपी बनाया गया है। यह मामला सुबह 9:45 बजे सामने आया था। उत्तर प्रदेश के गृह सचिव कमल सक्सेना के निर्देश पर देर शाम तकरीबन 7 बजे मामला दर्ज कर लिया गया है।
राजकीय रेलवे पुलिस के प्रभारी यशपाल सिंह यादव ने शनिवार को यहां बताया कि सुबह 10:28 पर ट्रेन रुकवाई गई। उसके बाद बच्ची को वहां उतारा गया और आरोपी कोच सहायक अमित मिश्रा को हिरासत ले लिया गया। दोनों को फिलहाल राजकीय रेलवे पुलिस थाने में रखा गया है, जहां पर दोनों से गहन पूछताछ की जा रही है ।
दर्ज मामले के मुताबिक, जी 6 में यह बक्सा डाल्टनगंज (पलामू) से गरीब रथ में चढ़ाया गया था। इसे मुसाफिरों के लिए कंबल, चादर आदि रखने वाली जगह पर रखा गया था। जब उसमें से रोने की आवाज आई और लड़की को निकाला गया, तब उसके बयान के बाद कोच सहायक अमित मिश्रा को हिरासत में लिया गया। आरोपी अमित मिश्रा रांची के जगन्नाथपुर का रहने वाला है।
पुलिस का अनुमान है कि इस लड़की को घरेलू काम कराने के इरादे से ले जाया जा रहा था। पीड़ित लड़की ने बताया कि वह इससे पहले भी एक साल पहले इसी तरह से किसी और के साथ दिल्ली आ चुकी है। लड़की के बयान के मुताबिक, दिल्ली में उसकी मौसी रहती है। उसके पिता डालटनगंज में रिक्शा चला कर गुजारा करते हैं तो लड़की की मां लोगों के घरों में बर्तन साफ कर अपने परिवार को भरण-पोषण करती है। उसके पांच भाई बहन हैं।
बच्ची ने ने बताया कि उसे रेलकूपे में रेल बॉक्स में कैद करके रखा गया और दिल्ली ले जाया जा रहा था लेकिन इसे ले जाने वाले कोच सहायक अमित का कहना है लड़की की मां कुंती ने ही इसे उसके हवाले किया था और कहा कि था कि एक शख्स वहां मिलेगा। वह लड़की को उस शख्स को सौंप दे। यह उनके घर पर काम करेगी ताकि हमारे घर का खर्च चल जाए। गौरतलब है कि झारखंड से किशोरियों को दिल्ली लेकर बेचने की कई घटनाएं अक्सर सामने आती रहती हैं। इसी क्रम में यह मामला भी सामने आया है। कई बार आदिवासी लड़कियों का रेक्सयू भी किया गया है।