यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआइ) के जरिए सितंबर में 11 लाख करोड़ रुपए मूल्य के भुगतान किए गए। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआइ) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर में इस मंच के जरिए कुल 768 करोड़ का लेन-देन किया गया जिनका सम्मिलित मूल्य 11 लाख करोड़ रुपए रहा। यह अगस्त की तुलना में वृद्धि को दर्शाता है। अगस्त में यूपीआइ के माध्यम से कुल 657.9 करोड़ लेन-देन किए गए जिनका मूल्य 10.72 लाख करोड़ रुपए से अधिक था।
यूपीआइ के माध्यम से किए जाने वाले भुगतान का मूल्य मई, 2022 में पहली बार 10 लाख करोड़ रुपए से अधिक रहा था। सितंबर, 2022 में यह लेन-देन पहली बार 11 लाख करोड़ रुपए से अधिक रहा। एक-से-दूसरे बैंक में लेन-देन के लिए त्वरित भुगतान प्रणाली के तौर पर यूपीआइ की शुरुआत 2010 में की गई थी। स्मार्टफोन के जरिए यूपीआइ से पैसे का लेन-देन बहुत आसानी से किया जा सकता है। इसके अलावा यूपीआइ लेन-देन पर अभी तक किसी तरह का शुल्क भी नहीं लगाया गया है।
एनपीसीआइ के आंकड़े बताते हैं कि माह-दर-माह इस सुविधाजनक प्रणाली का इस्तेमाल बढ़ रहा है। जून, 2022 में 10,14,384 करोड़ रुपए मूल्य का लेन-देन यूपीआइ के जरिए किया गया था। यह आंकड़ा जुलाई में बढ़कर 10,62,747 करोड़ रुपए हो गया। अगस्त में यह आंकड़ा 10.72 लाख करोड़ रुपए रहा था। स्पाइस मनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजीव कुमार ने कहा कि अक्तूबर और नवंबर के महीनों में त्योहारी गतिविधियां तेज रहने से यूपीआइ लेन-देन की संख्या एवं मूल्य दोनों में बढ़ोतरी होने की संभावना है।