चुनाव के मुहाने पर खड़े उत्तर प्रदेश में एक नया विवाद सिर उठाने लगा है। बांदा कृषि विवि में नियुक्तियों को लेकर बीजेपी का एक धड़ा इस कदर खफा हुआ कि सीधे पीएम को खत लिख दखल की गुहार कर दी। मोदी क्या करते हैं ये तो वक्त बताएगा लेकिन इतना तय है कि इस बखेड़े के बाद तमाम वर्ग सरकार से नाराज तो होंगे ही। चुनाव सिर पर हैं तो बीजेपी को खामियाजा भी उठाना पड़ सकता है।

दरअसल, जो विवाद खड़ा हुआ है वो बांदा कृषि विवि में नियुक्तियों को लेकर है। यहां 15 प्रोफेसरों का चयन सरकार ने किया। यहां तक तो कोई परेशानी नहीं लेकिन लिस्ट को बारीकी से देखें तो इनमें से 11 एक ही जाति यानि ठाकुर हैं। महकमे के मंत्री भी ठाकुर हैं। लिहाजा सवाल तो खड़े होंगे ही। बीजेपी खुद को सभी वर्गों की पार्टी बताती है। दूसरे वर्ग इसे लेकर बखेड़ा खड़ा कर रहे हैं। उनका कहना है कि मंत्री ने अपने चहेतों को मनमाफिक नियुक्ति दिलवा दी।

बांदा कृषि विवि में नियुक्ति को लेकर यूपी में मचा बवाल

उधऱ, बीजेपी नेता बृजेश कुमार प्रजापति ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि नियुक्तियों में आरक्षण से जुड़े नियमों की सरेआम अवहेलना की गई। उनकी मांग है कि इससे जुड़े विज्ञापन को निरस्त करके फिर से प्रक्रिया शुरू की जाए। उनका कहना है कि इससे लोगों के बीच गलत संदेश जा रहा है। सरकार को चाहिए कि वो फिर से विज्ञापन निकाल सही तरीके से भर्तियां करे।

बांदा कृषि विवि में नियुक्ति को लेकर बीजेपी नेता ने लिखा पीएम को खत।

सोशल मीडिया पर यूपी सरकार का ये कदम चर्चा का विषय बना हुआ है। नवीन कुमार ने अपनी फेसपुक पोस्ट में लिखा- यूपी में “टैलेंट” का गजब विस्फोट हुआ है। बांदा कृषि विश्वविद्यालय में 15 प्रोफसर की नियुक्ति हुई। 11 एक ही जाति के। प्रोफेसर से लेकर एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर तक। अब सवर्णो में जूतम पैजार शुरू है। पंडी जी लोग बिफरे हुए हैं। ई सब ना चलबे।

उनका कहना है कि बीजेपी वाले अपनी ही सरकार की बखिया उधेड़े हुए हैं। ना भाई ना। आपका हिस्सा दलितों पिछड़ों आदिवासियों ने नहीं मारा। ठाकुर मंत्री से पूछो जिनके महकमे का मामला है। मुस्की मारके पूछ रहे हैं ऐसा है क्या? ‘जातिवाद’ से नफरत करने वालो जागो। “हिंदू” खतरे में है! धीरज ने लिखा- यथा राजा तथा प्रजा।

एम अकबर कादरी ने हैरत जताते हुए पोस्ट किया-बाप रे। संजय शर्मा का कहना है कि ये सच्चाई है तो विश्वेस ने लिखा- आखिर स्वयंभू जन्मजात प्रतिभावान एंटीनाधारी खतरे में है तो अब हिंदू खतरे में होगा ही।