आज यानी 10 जनवरी 2020 को विश्व हिंदी दिवस (World Hindi Day) मनाया जा रहा है। वैसे तो हिंदी दिवस भारत में 14 सितंबर को मनाया जाता है लेकिन साल 2006 से हर साल भारत पूरी दुनिया के लिहाज से विश्व हिंदी दिवस मना रहा है। इसकी शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने की थी। इसका उद्देश्य हिंदी भाषा को विश्व स्तर पर फैलाना और उसका प्रचार प्रसार करना है। आपको बता दें कि दुनिया के 130 विश्वविद्यालयों में हिंदी को बतौर लैंग्वेज पढ़ाया जाता है।
हिंदी से जुड़ी कुछ खास बातें आइए दोस्तों से साझा करें:
- पहला विश्व हिंदी सम्मेलन 10 जनवरी 1975 को नागपुर में हुआ था जिसका उद्देश्य दुनिया भर में हिन्दी का प्रचार-प्रसार करना था। इसमें 30 देशों के 122 से ज्यादा प्रतिनिधि सम्मिलित हुए थे।
- दुनिया के कई देशों में हिंदी भाषा बोली जाती है उनमें से पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, न्यूजीलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, युगांडा, मॉरिशस, गुयाना, सूरीनाम, त्रिनिदाद के अलावा दक्षिण अफ्रीका हैं।
आइए दोस्तों से शेयर करें कुछ बेहतरीन विशेज इस हिंदी दिवस के लिए…
कुमार विश्वास की कविता…
तुम्हीं पे मरता है ये दिल, अदावत क्यों नहीं करता
कई जन्मों से बंदी है, बगावत क्यों नहीं करता
भारतेंदु हरिश्चंद्र की कविता…
निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल।
बिनु निज भाषा-ज्ञान के, मिटत न हिय को सूल।।
अंग्रेजी पढ़ि के जदपि, सब गुन होत प्रवीन।
पै निज भाषा-ज्ञान बिन, रहत हीन के हीन।।
अटल जी की कविता…
चौराहे पर लुटता चीर, प्यादे से पिट गया वजीर
चलूँ आखिरी चाल कि बाजी छोड़ विरक्ति सजाऊँ?
राह कौन सी जाऊँ मैं?
सपना जन्मा और मर गया, मधु ऋतु में ही बाग झर गया
तिनके टूटे हुये बटोरूँ या नवसृष्टि सजाऊँ मैं?
नागपुर में 10 जनवरी 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन किया था। बता दें, 10 जनवरी 2006 तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने इस दिन को प्रति वर्ष विश्व हिंदी दिवस के रूप मनाए जाने की घोषणा की थी।
भारत की कौन सी राष्ट्रभाषा चुनी जाएगी येमुद्दा काफी अहम था। काफी सोच विचार के बाद हिम्दी और अंग्रेजी को नए राष्ट्र की भाषा चुना गया। संविधान सभा ने देवनागरी लिपी में लिखी हिन्दी को अंग्रजों के साथ राष्ट्र की आधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकार किया था। 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने एक मत से निर्णय लिया कि हिंदी ही भारत की राजभाषा होगी। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने कहा कि इस दिन के महत्व देखते हुए हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाए। बता दें, पहला हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 में मनाया गया था।
हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा है. आज विश्व हिंदी दिवस मनाया रहा है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य हिंदी के प्रति जागरुकता और इस भाषा को अंतरराष्ट्रीय रूप से और मजबूत करना है. इस दिन विश्व हिंदी दिवस के मौके पर दुनियाभर में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. आपको बता दें, 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन किया था।
”हिन्दुस्तान की शान है हिन्दी
हर हिन्दुस्तानी की पहचान है हिन्दी
हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं!!”
”वक्ताओं की ताकत भाषा
लेखक का अभिमान हैं भाषा
भाषाओं के शीर्ष पर बैठी
मेरी प्यारी हिंदी भाषा।।”
हिन्दी पढ़ना और पढ़ाना हमारा कर्तव्य है. उसे हम सबको अपनाना है।
– लालबहादुर शास्त्री
जिस देश को अपनी भाषा और साहित्य के गौरव का अनुभव नहीं है, वह उन्नत नहीं हो सकता।
– डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
हिंदी विश्वभर के करीब 176 विश्वविद्यालयों में हिंदी एक विषय के तौर पर पढ़ाई जाती है।
1. पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, न्यूजीलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, युगांडा, गुयाना, सूरीनाम, त्रिनिदाद, मॉरिशस और साउथ अफ्रीका समेत कई देशों में हिन्दी बोली जाती है।
2. साल 2017 में ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में पहली बार 'अच्छा', 'बड़ा दिन', 'बच्चा' और 'सूर्य नमस्कार' जैसे हिंदी शब्दों को शामिल किया गया।
दुनिया भर में हिन्दी (Hindi) के प्रचार-प्रसार के लिए पहला विश्व हिन्दी सम्मेलन 10 जनवरी 1975 को नागपुर में आयोजित किया गया था. इसलिए इस दिन को विश्व हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस सम्मेलन में 30 देशों के 122 प्रतिनिधि शामिल हुए थे. 2006 के बाद से हर साल 10 जनवरी को विश्वभर में विश्व हिन्दी दिवस मनाया जाता है।