यूनेस्को द्वारा वर्ल्ड टीचर्स डे पहली बार 5 अक्टूबर 1994 में मनाया गया था। हर साल शिक्षा और उन शिक्षकों का सम्मान करने के लिए टीचर्स डे मनाया जाता है जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। वर्ल्ड टीचर्स डे का थीम होता है कि ‘शिक्षक बेहतर दुनिया की ओर रास्ता दिखाते हैं’। ज्ञान की तरह हमें दिशा देकर सिर्फ शिक्षित ही नहीं करते हैं बल्कि सही रास्ता दिखाकर एक उज्जवल भविष्य दिखाते हैं। भारत में टीचर्स डे यानि शिक्षा दिवस 5 सितंबर को मनाया जाता है और उसे राष्ट्रीय शिक्षक दिवस का नाम दिया गया है। वहीं 5 अक्टूबर को मनाया जाने वाला वर्ल्ड टीचर्स डे पूरी दुनिया में मनाया जाता है इसे पेरिस से यूनेस्को ने 1994 में ग्रहण किया था। ये सवाल हर किसी के मन में रहता है कि ये टीचर्स डे पूरी दुनिया में मनाये जाने के पीछे आखिर क्या कारण है, इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि वर्ल्ड टीचर्स डे क्यों मनाया जाता है।
इस दुनिया में करीब 80 मिलियन शिक्षक हैं जिन्होंने अपने प्रोफेशन के रूप में शिक्षा को चुना और आज लोगों को शिक्षा प्रदान करने में अपना योगदान दे रहे हैं। एक शिक्षक का काम बहुत धीरज भरा और मेहनत का होता है तभी एक छात्र जीवन में अपना बेस्ट दे पाता है। ऐसे तो पूरी दुनिया में कई शिक्षक मिलते हैं पर आपको बता दें कि आंकड़ों के अनुसार हम पिछले दशकों से शिक्षकों की संख्या में लगातार कमी आ रही है। जिसके कारण शिक्षा के क्षेत्र में जो उन्नति होनी चाहिए वो नहीं हो पा रही है। वर्ल्ड टीचर्स डे इसलिए भी मनाया जाता है कि जब समाज में और दुनिया में शिक्षा और शिक्षकों का सम्मान होगा तब कई लोग इस ओर बढ़ेंगे। वर्ल्ड टीचर्स डे शिक्षा को प्रगति की तरह लेकर जाने में हमारी मदद करता है। इससे शिक्षकों के साथ और छात्रों के मन में शिक्षा के प्रति सम्मान बढ़ता है।
वर्ल्ड टीचर्स डे हमें उन चीजों को पीछे मुड़कर देखने का मौका देती हैं जो हमने पाई हैं और उन लम्हों से ही आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। यूनेस्को के आंकड़ों के अनुसार इस दुनिया में 59 मिलियन ऐसे बच्चे हैं जो अभी भी प्राइमरी शिक्षा से वंचित हैं। ऐसे कई देश हैं जहां अभी भी शिक्षा लेना जुर्म माना जाता है। कई ऐसे काम किए गए हैं जिससे शिक्षा के स्तर में बढ़ावा आया है पर ये काफी नहीं है अभी और भी काम होने बाकि हैं। वर्ल्ड टीचर्स डे एक ऐसे रिमाइंडर की तरह काम करता है जहां हमें हमेशा याद रहे कि अभी शिक्षा के स्तर को और बढ़ाना है। इस शिक्षक दिवस भी यही अपने आप से वादा करें कि शिक्षा के क्षेत्र में किसी ना किसी तरह योगदान जरूर देंगे।