पीरियड्स का समय महिलाओं के लिए किसी रोलरकोस्टर राइड से कम नहीं होता। क्योंकि, इस दौरान महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जिनमें ब्लोटिंग, क्रैम्प्स, ऐंठन, पेट और कमर में दर्द, मूड स्विंग्स और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएं शामिल हैं। हालांकि, कुछ महिलाएं पीरियड्स में अनियमितता का भी शिकार हो जाती हैं, यह इस प्राकृतिक प्रोसेस को कहीं अधिक दर्दनाक बना देती हैं।

पीरियड्स में अनियमितता के कई कारण हो सकते हैं। दरअसल, आज की खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण पीरियड्स की साइकिल प्रभावित हो जाती है। आपकी यह गलत आदतें ही अनियमितता का कारण बनती हैं।

-ज्यादा व्यायाम करना: एक्सरसाइज यूं तो शरीर को फिट रखती हैं, लेकिन किसी भी चीज की अति मनुष्य पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। ऐसे में महिलाओं को अधिक व्यायाम नहीं करना चाहिए। क्योंकि, यह पीरियड्स में अनियमितता का कारण बन सकती है।

-खराब खानपान: आप जो भी खाते हैं, उसका असर आपके स्वास्थ्य पर पड़ता है। ज्यादा शुगर वाले भोजन से हार्मोन्स में बदलाव आने लगता है। इसके कारण आपके पीरियड्स की साइकिल प्रभावित हो सकती है। ऐसे में आपको हेल्दी भोजन गी करना चाहिए।

-तनाव: तनाव का शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके कारण मानसिक और शारिरिक रूप से कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। अधिक तनाव पीरियड्स में अनियमितता के साथ-साथ मुंहासे और अनिद्रा का भी कारण बन जाता है। ऐसे में खुद को शांत रखने की कोशिश करें और ज्यादा तनाव लेने से बचें।

-शराब का सेवन: अधिक शराब के सेवन से भी स्वास्थ्य संबंधित कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। साथ ही यह पीरियड्स की साइकिल को भी प्रभावित करती है। शराब के साथ ही धूम्रपान करना भी पीरियड्स में अनियमितता का कारण बनता है।

-अनिद्रा: अनिद्रा तनाव का मुख्य कारण होती है। नींद पूरी नहीं होने के कारण शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होने लगते हैं, जिससे आपके पीरियड्स प्रभावित होते हैं। बता दें, नींद की कमी के कारण शरीर में मेलाटोनिन के उत्पादन में कमी आने लगती है। मेलाटोनिन, स्वस्थ मासिक धर्म के लिए महत्वपूर्ण तत्व होता है। ऐसे में आपको पूरी नींद लेनी चाहिए।