Sendha Namak: नमक का इस्तेमाल हमारे खाने में स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता रहा है। इतना ही नहीं नमक का प्रयोग खाद्य पदार्थों से नमी निकालने के लिए भी किया जाता है। साथ ही यह बैक्टीरिया के विकास को सीमित करता है। नमक के अत्यधिक सेवन से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव भी पड़ता है। वहीं साधारण नमक और सेंधा नमक हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना फायदेमंद हैं और इसका कितना सेवन करना चाहिए। आइए जानते हैं एक्सपर्ट से
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के अनुसार डॉ. प्रियंका रोहतगी, चीफ क्लिनिकल डायटीशियन, अपोलो हॉस्पिटल्स, बैंगलोर ने बताया कि सेंधा नमक एक प्रकार का नमक है, जो तब बनता है, जब समुद्र या झील का खारा पानी वाष्पित हो जाता है और सोडियम क्लोराइड के रंगीन क्रिस्टल को छोड़ देता है। इसे व्यापक रूप से हलाइट, सैंधव लवना या सेंधा नमक के रूप में भी जाना जाता है।
क्या सेंधा नमक स्वास्थ्य के लिए सही है?
उन्होंने कहा सभी को खाने में साधारण नमक के स्थान पर सेंधा नमक का प्रयोग करना चाहिए। सेंधा नमक में अच्छी मात्रा में ट्रेस तत्व और इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं, जो ब्लड प्रेशर, मांसपेशियों में ऐंठन, पेट के कीड़े, कब्ज, पेट दर्द, और उल्टी में फायदेमंद होते हैं।
सेंधा नमक के फायदें
डॉ.प्रियंका रोहतगी ने कहा कि इसे गर्म पानी में मिलकर गरारा करने के गले की खराश के लिए यह इलाज का काम करता है। साथ ही त्वचा को भी साफ करता है।
वहीं मुग्धा प्रधान, एक कार्यात्मक पोषण विशेषज्ञ और सीईओ व संस्थापक आईथ्रिव ने कहा कि सेंधा नमक त्वचा और बालों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। पाचन समस्याओं के लिए अच्छा है और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है।
उन्होंने कहा कि सेंधा नमक को प्राकृतिक रूप से निकाला जाता है, जबकि सामान्य नमक को बनाने में ऐसा नहीं हैं। इसलिए सेंधा नमक साधारण नमक से बेहतर है।
कितना करना चाहिए सेंधा नमक का सेवन
डॉ. रोहतगी के अनुसार प्रति दिन 5 ग्राम तक सेंधा नमक का सेवन करना चाहिए। डॉ. प्रधान के अनुसार यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सेंधा नमक भी बहुत अधिक मात्रा में सेवन करने पर घातक हो सकता है और इससे हाइपरक्लोरेमिया हो सकता है, जो थकान और मांसपेशियों की कमजोरी का कारण बन सकता है।