जेब में हाथ डालकर चलने के नुकसान: आपने देखा होगा कि बहुत से लोग जेब में हाथ डालकर चलते हैं। उन्हें ये एक स्टाइल जैसा लगता है जबकि ऐसा नहीं है। दरअसल ये आपकी साइकोलॉजी से जुड़ा हुआ है। दरअसल, जेब में हाथ डालने के अलग-अलग अर्थ हो सकते हैं। कुछ मामलों में, यह आराम और एंग्जायटी का प्रतीक है। यह दर्शाता है कि व्यक्ति अपने वातावरण में सहज है। इसे घबराहट या आत्मविश्वास की कमी के संकेत के रूप में समझा जा सकता है। इसके अलावा भी इसके कई मतलब हैं। क्या हैं, जानते हैं।

जेब में हाथ डालकर चलने का मतलब क्या है?

जेब में हाथ डालकर चलने का मतलब ये है कि व्यक्ति ओवर कॉन्फिडेंट है या फिर उसमें कॉन्फिडेंस की कमी है। यह इस बात की ओर भी इशारा करता है कि आप बहुत कुछ अपने अंदर छिपा रहे हैं और बाहर से दिखा रहे हैं कि सबकुछ ठीक है। इसके अलावा ये इस बात को दर्शाता है कि आप बात करने में ज्यादा इच्छुक नहीं हैं।

जेब में हाथ के बारे में साइकोलॉजी क्या कहती है?

आराम या चिंता का संकेत

मनोवैज्ञानिक अक्सर जेब में हाथ डालने को आराम पाने या चिंता को छिपाने के संकेत के रूप में देखते हैं। यह अनिश्चित परिस्थितियों में खुद को शांत करने का एक प्राकृतिक तरीका है। इसे एंग्जायटी से जोड़कर देखा जाता है।

कैचुअल रवैया और एरोगेंट

यह इशारा एक कैचुअल या आरामदेह रवैया का भी संकेत दे सकता है, जिससे पता चलता है कि व्यक्ति अपने वातावरण में सहज महसूस करता है। दूसरा, कुछ लोग इसे एरोगेंट रवैये के रूप में भी देख सकते हैं।

छुपाने का संकेत

हाथों को छुपाकर रखना भावनाओं को छुपाने या जानकारी को छुपाने का एक अवचेतन प्रयास हो सकता है। ऐसे में आपको गलत तरीके से देखा जा सकता है।

कॉन्फिडेंस की कमी को दर्शाता है

मनोवैज्ञानिक इस आसन से काम को कम आत्मविश्वास के साथ जोड़कर देखता है। ऐसे में आपको ये रवैया छोड़ देना चाहिए और जेब में हाथ डालकर न चलें। क्योंकि भले ही आपको लग रहा हो कि सबकुछ ठीक है और मैं बहुत स्मार्ट लग रहा हूं पर सामने वाले पर इसका ऐसा असर भी पड़ सकता है। तो किसी भी ऑफिस में या फिर इंटरव्यू में आपको सामने से हाथ में जेब डालकर चलने हुए नहीं आना चाहिए।