Vedic Rakhi: रक्षा बंधन भाई बहनों का सुंदर त्योहार है। इस त्योहार पर लोग सुंदर सी सुंदर राखी बनाकर अपनी बहनों की कलाइयों पर बांधा करती हैं और ईश्वर से भाई की रक्षा के लिए प्रार्थना करती हैं। ऐसे में आप वैदिक राखी बनाकर अपने भाई की हथेली पर बांध सकती हैं। इस वैदिक राखी का महत्व बहुत ज्यादा और इसके धार्मिक मतलब भी काफी खूबसूरत है। इसे बनाने का तरीका बेहद आसान है। आइए, जानते हैं कैसे बनाएं।

वैदिक राखी कैसे बनाएं?

दिलचस्प बात यह है कि घर पर वैदिक राखी बनाने के लिए किसी भी प्रकार की जड़ीबूटी खोजने की जरूरत नहीं है। वैदिक राखी बनाने की प्रक्रिया बहुत सरल है और इसे बनाने की सामग्री घर पर ही मिल जाती है। घर पर राखी बनाने के लिए कुल मिलाकर सात सामग्रियों की जरूरी होती है।
-दूर्वा यानी दूब, जिसे आप घास भी कह सकते हैं।
-अक्षत यानी चावल
-चंदन

-केसर

  • -हल्दी की 2 गांठ
    -गोमती चक्र
    -कलावा
  • अब आपको करना ये है कि कलावा लें और इसके बीच में एक एक गोमती चक्र बांध दें। फिर कुछ दूब बांधे और बीच में थोड़ा अक्षत लगाएं। इसके बाद दोनों तरफ हल्दी की 2 गांठ गोमती चक्र के दोनों तरफ लगाएं। इसके अलावा आप इसके बीच में केसर लगाएं और फिर इस राखी को बनाकर बांध लें।

वैदिक राखी का महत्व

आध्यात्मिक लाभ के अलावा इस राखी के कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। ज्योतिषियों के अनुसार, सावन के दौरान कलाई पर रक्षासूत्र बांधने से रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है और संक्रामक रोगों से लड़ने में मदद मिलती है। इसके साथ ही यह रक्षासूत्र सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार करता है और हमें तनाव से बचाता है।

तो इस तरह आप बस वैदिक राखी बना लें और अपने भाई को बांध लें। इस तरह से आप इस रक्षा बंधन पर वैदिक राखी बनाकर अपने भाई को आप बांध सकती हैं।