यूरिक एसिड बॉडी में बनने वाले ऐसे टॉक्सिन हैं जो शरीर में प्यूरिन नामक रसायन के टूटने से बनते हैं। प्यूरिन से भरपूर डाइट जैसे पनीर, रेडमीट, राजमा, मटर, पालक, मशरूम, सूखे सेम, पोर्क, मुर्गा, मछली, मटन, फूल गोभी और बीयर का सेवन करने से तेजी से बनता है। आमतौर पर यूरिक एसिड ब्लड में घुल जाते हैं और किडनी उन्हें फिल्टर करके बॉडी से आसानी से यूरिन के जरिए बाहर भी निकाल देती है।

यूरिक एसिड का बनना परेशानी की बात नहीं है इसका बॉडी से बाहर नहीं निकलना बॉडी को बीमार बना सकता है। यदि शरीर में बहुत अधिक यूरिक एसिड रहता है, तो हाइपरयूरिसीमिया नामक स्थिति पैदा हो सकती है।

यूरिक एसिड बढ़ने पर वो क्रिस्टल के रूप में जोड़ों में जमा हो जाते हैं, जिससे जोड़ों में सूजन महसूस होती है, इसे गाउट कहा जाता है। यूरिक एसिड में पेशाब से जुड़ी समस्याएं, किडनी में पथरी, जोड़ों में असहनीय दर्द की शिकायत रहती है। अब सवाल ये उठता है कि यूरिक एसिड की नॉर्मल रेंज क्या है और किस स्तर पर ये बॉडी के लिए खतरनाक हो सकता है। आइए जानते हैं कि यूरिक एसिड की नॉर्मल रेंज कितनी है, उसका स्तर बढ़ने पर उससे बचाव कैसे करें।

यूरिक एसिड का सही लेवल कितना होना चाहिए:

महिलाओं में यूरिक एसिड का नॉर्मल लेवल 2.4 से 6.0 mg/dL तक नॉर्मल है जबकिक पुरुषों में 3.4 से 7.0 mg/dL तक होना नॉर्मल रेंज है। आमतौर पर हर इंसान में यूरिक एसिड कम या ज्यादा बनता है। 8.0 के बाद यह खतरनाक साबित होता है। इस स्तर पर यूरिक एसिड बॉडी में रूकने लगता है, यूरिन के जरिए बाहर नहीं निकलता।

यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के उपाय

  • यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए डाइट का ध्यान रखना जरूरी है। डाइट में ऐसे फूड्स का सेवन करना जरूरी हैं जिनमें प्यूरिन की मात्रा कम हो। यूरिक एसिड को कम करने में कुछ फ्रूट्स का सेवन बेहद असरदार साबित होता है। संतरा, नींबू, मौसमी,जामुन,अंगूर, केले,चेरी और सेब का सेवन करने से यूरिक एसिड कंट्रोल रहता है।
  • यूरिक एसिड कंट्रोल करने के लिए कुछ सब्जियां जैसे खीरा, गाजर,नींबू, टमाटर,हरी सब्जियां और आलू का सेवन असरदार साबित होता है।