light coloured clothes psychology: हर इंसान की सोच उसने रहन-सहन के साथ उसके उठने बैठने के तरीके और पहनावे से जुड़ा हुआ होता है। अगर हम सिर्फ कपड़ों के पहनावे की बात करें तो कुछ लोग हल्के रंग के कपड़े पहनते हैं और हर मौके पर इन्हीं रंगों का चुनाव करते हैं। लेकिन, कभी आपने सोचा है कि ऐसा क्यों करते हैं। क्यों ऐसे लोग इन रंगों को पसंद करते हैं, क्या है इसका कारण। आइए, जानते हैं लाइट कलर कपड़ों की साइकोलॉजी के बारे में।
क्यों कुछ लोग ज्यादा पहनते हैं हल्के रंग के कपड़े-What is the psychology behind wearing light coloured clothes
दरअसल, जो लोग ज्यादा हल्के रंग के कपड़ों को पहनते हैं उनके पीछे सबसे बड़ा कारण होता है शांति और ठंडक। ऐसे लोग सबसे पहले तो शांति पसंद होते हैं और उनकी कोशिश रहती है कि हर मुश्किल के बीच वो शांति की राह तलाश लें। इतना ही नहीं हल्के रंग के कपड़े पहनने वालों में आप ये खास खूबी देख सकते हैं जैसे कि
-ऐसे लोग खुश और शांत नजर आते हैं।
-बेहद सकारात्मक रहते हैं इस तरह के लोग।
-तरोताजा और उत्साहित रहते हैं और उनमें आपको निराशा नजर नहीं आएगी।
–फ्रेंडली व्यवहार वाले होते हैं इस रंग के कपड़े पहनने वाले।
हल्के रंगों की विशेषता क्या है-What light colour indicates
हल्के रंगों की बात करें तो इनकी कुछ खास विशेषता देखने को मिलती है। जैसे कि ये रंग पवित्रता, मासूमियत, सुखदायक और तटस्थ सोच का संकेत देते हैं। साथ ही हल्के रंग जैसे सफेद के कुछ शेड्स, न्यूड कलर और पिंक के शेड्स पहनने वालों के बारे में ये कहा जाता है कि ऐसे लोग सीधा सोचते हैं, गंभीरता से उसी पर काम करते हैं, चीजों को ठंडे दिमाग से मैनेज करना जानते हैं और अपने रिएक्शन को कंट्रोल करते हैं।
ठंडा दिमाग और कम गुस्सा है इनकी सबसे बड़ी खूबी
हल्के रंगों को कपड़ा पहनने के पीछे सबसे बड़ी है सोच है ठंडा दिमाग और कम गुस्से वाला होना। ऐसे लोग अपने दिमाग पर कंट्रोल करके अलग-अलग स्थितियों को मैनेज कर सकते हैं। इस तरह के लोगों में एक खास चीज ये देखी जाती है कि ये जल्दी रिएक्शन नहीं देंगे या बोलेंगे नहीं। तो अब जब भी कोई इन रंगों में नजर आए तो देखकर ही उनकी सोच के बारे में समझ लें। इसी तरह से आप लोगों के ब्लड ग्रुप से उनके व्यवहार और प्रकृति का अंदाजा लगा सकते हैं। जैसे कि दयालु हैं आप या झगड़ालू? Blood Group से जानें कैसी है आपकी पर्सनालिटी