Pichwai sarees: साड़ी किसी भी महिला को खूबसूरत बना देती है। दरअसल, इसमें इतने प्रकार हैं और इतने स्टाइल हैं कि आप जब चाहें, जैसे चाहें इन्हें पहनकर रह सकती हैं। हर मौकों के लिए साड़ी में कई विकल्प हैं। यहां तक कि आप पल्लू का स्टाइल बदलकर भी पूरी साड़ी का लुक चेंज कर सकती हैं। तो आज हम एक खास प्रकार की साड़ी की बात करेंगे जिसे आप गर्मियों में पहनकर ट्रेंड कर सकती हैं। दरअसल, हम बात पिछवाई साड़ी (Pichwai sarees in hindi) की करेंगे जो कि आपके साड़ी फैशन लुक को पूरी तरह से चेंज कर सकती है। तो, आइए सबसे पहले जान लेते हैं क्या खास है इस साड़ी में
पिछवाई चित्रकला शैली क्या है-What is pichwai saree?
पिछवाई साड़ी एक प्रकार की पारंपरिक भारतीय साड़ी है जिसमें पिछवाई पेंटिंग से प्रेरित डिजाइन होते हैं। पिछवाई पेंटिंग कला की जटिल और रंगीन कृतियां हैं जिनकी उत्पत्ति भारत के राजस्थान के नाथद्वारा शहर में हुई थी। इस साड़ी में आपको पूरी भारतीय संस्कृति दिखेगी। चाहे बात भगवान सूर्य की हो या द्वारकाधीश की इन साड़ियों में आपको हर प्रकार की चित्रकला देखने को मिलेगी। गाय, गांव, पनिहारिन और पेड़-पक्षी सबकुछ आपको इन साड़ियों में देखने को मिल जाएगा।
क्यों खास है ये साड़ी
यह संस्कृत के शब्द ‘पिच’ से बना है जिसका अर्थ है पीछे और ‘वाई’ का अर्थ है लटका हुआ। पिछवाई शब्द का अर्थ है ‘पीछे की ओर लटका हुआ’ और वे भगवान कृष्ण के जीवन की घटनाओं का वर्णन करते हैं और मूर्ति के पीछे मंदिरों में लटकाए जाते हैं। ये स्टाइल 400 पुरानी है पर आज ये सिल्क, कॉटन और अलग-अलग कपड़ों पर प्रिंट करके बनाई जा रही हैं।
हल्की कलरफुल साड़ियां होती हैं ये
पिछवाई साड़ियों को आप आराम से गर्मियों में पहन सकती हैं। क्योंकि पहले तो ये हल्की होती हैं और दूसरा इनके रंग आपको गर्मियों में खूब पसंद आएंगे। इसके अलावा इन साड़ियों को पहनाना भी आसान होता है और आपको इनकी प्लेट्स बनाने में कोई दिक्कत नहीं होगी। इतना ही नहीं आप इनमें खूबसूरत ब्लॉज डिजाइन बनवा सकती हैं। शादी, पार्टी और ऑफिस में भी आप इन्हें पहनकर जा सकती हैं। तो अगर आपके साड़ी कलेक्शन में ये साड़ियां नहीं हैं तो आप इन्हें जरूर शामिल करें।
